अब की बार… जीएसटी की मार

By: Sep 30th, 2017 12:05 am

फेस्टिवल सीजन में मंदी का आलम, नोटबंदी के बाद दूसरी बार हिला कारोबार

 शिमला — नोटबंदी व जीएसटी के चलते कारोबार में चल रही मंदी से कारोबारी वर्ग अभी भी बाहर नहीं निकल पाया है। इसका अंदाजा इससे बखूबी लगाया जा सकता है कि त्योहारी सीजन में भी बाजार खाली पड़े हुए हैं और कारोबारी त्योहारी सीजन में ग्राहकों का इंतजार कर रहे हैं। शिमला में नवरात्र पर्व के दौरान बाजारों में खूब रौनक रहती है। इस दौरान लोग घरों के लिए जमकर खरीददारी करते हैं। नवरात्र को शुभ मानकर लोग आभूषण, बरतन, इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों सहित अन्य सामान खरीदते हैं, मगर इस नवरात्र पर्व पर शिमला के बाजारों में मंदी रही। शिमला व्यापार मंडल के मुताबिक नवरात्र के दौरान बीते वर्ष के मुकाबले कारोबार में 60 प्रतिशत कम कारोबार हुआ है, जिससे कारोबारी वर्ग काफी निराश है। ऐसे में अब कारोबारी वर्ग दशहरे, दिवाली, धन तेरस पर कारोबार में तेजी आने की उम्मीदें जता रहे हैं। शिमला व्यापार मंडल के प्रधान इंद्र जीत सिंह ने बताया कि इस नवरात्र पर्व पर बीते वर्ष के मुकाबले 60 प्रतिशत कम कारोबार रहा है, जिससे कारोबारी वर्ग को भारी मंदी की मार झेलनी पड़ रही है।  त्योहारी सीजन के आते ही बाजारों में छूट का दौर शुरू हो गया है। कारोबारियों ने ग्राहकों को रिझाने के लिए विभिन्न उत्पादों में छूट प्रदान करनी आरंभ कर दी है।

ठेकेदारों ने किया टेडरों का बहिष्कार 

शिमला— जीएसटी और ईपीएफ के मसले को लेकर लोक निर्माण विभाग में काम कर रहे सरकारी ठेकेदारों विभाग नाराज चल रहे हैं। विभाग में काम कर रहे सी एवं डी वर्ग के ठेकेदारों ने शुक्रवार को विभाग के डिवीजन नंबर तीन  में  टेंडरों का बहिष्कार किया। जय मां तारा  सरकारी ठेकेदार यूनियन के बैनर तले जुटे सभी ठेकेदारों ने विभाग के रवैये के खिलाफ  धरना भी दिया। ठेकेदारों का कहना था कि उन पर जीएसटी थोपा जा रहा है, वहीं निर्माण कार्यों की लागत में इसको शामिल नहीं किया जा रहा। यूनियन के अध्यत्र ओमप्रकाश  ठाकुर ने कहा कि इससे सी एवं डी वर्ग के ठेकेदारों को वित्तीय नुकसान हो रहा है। वहीं टेंडर में हिस्सा लेने के लिए ईपीएफ भी जरूरी बनाया जा रहा है।

दामों में बढ़ोतरी, नहीं आ रहे खरीददार

कारोबारी वर्ग के मुताबिक जीएसटी के चलते हर तरह की वस्तुओं के दामों में उछाल आया है। ऐसे में कम ही खरीद खरीददारी करने आ रहे हैं। महंगाई को देखते हुए लोग जरूरत लायक खरीददारी कर रहे हैं।

कारोबारियों को नहीं मिल रहा माल

जीएसटी लागू होने के बाद अभी भी कारोबारियों को मंडियों में पूरा माल नहीं मिल पा रहा है। प्रधान इंद्रजीत सिंह का कहना है कि शिमला के कारोबारियों का अधिकतर माल दिल्ली, लुधियाना से आता है, मगर इन मंडियों में भी कारोबारियों को जनता की डिमांड के तहत माल नहीं मिल पा रहा है।

समय पर उठाया जाए उचित कदम

कारोबारी वर्ग का कहना है कि अगर सरकार ने समय रहते मंदी को दूर करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया, तो इससे बेरोजगारी भी फैल सकती है। प्रधान इंद्र जीत सिंह ने कहा कि चूंकि कारोबार में मंदी चल रही है। ऐसे में कारोबारियों को दुकानों में रखे कर्मचारियों का वेतन देना भी मुश्किल हो जाएगा।


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