आदेश ठेंगे पर, नहीं काटी बिजली

By: Sep 6th, 2017 12:05 am

बीबीएन —  हाई कोर्ट के निर्देश पर राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड दवारा बद्दी बरोटीवाला के जिन 42 उद्योगों की बिजली काटने के निर्देश जारी किए गए है, उनमें से कई उद्योगों की अभी तक बिजली नहीं कटी है। राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने 30 अगस्त को 42 उद्योगों के तत्काल प्रभाव से बिजली काटने के निर्देश जारी किए थे, लेकिन मंगलवार शाम तक कुछेक उद्योगों को छोड़कर ज्यादातर उद्योगों की बिजली नहीं काटी गई थी। राज्य विद्युत बोर्ड के अधिकारियों का कहना है कि उनके पास बिजली काटने के आदेश सोमवार शाम को पहुंचे है और मंगलवार से उद्योगों की बिजली काटने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है जिसे बुधवार शाम तक पुरा कर दिया जाएगा। यहां उल्लेखनीय है कि हाई कोर्ट के निद्रेश पर राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने बीते 30 अगस्त को बद्दी बरोटीवाला के 42 उद्योगों की बिजली काटने के आदेश जारी किए थे,उद्योगों पर यह गाज इसलिए गिरी कि इन्होंने बददी के केंदुवाला में स्थापित सीईटीपी (केंद्रीय जल शोधक सयंत्र) के साथ एग्रीमेंट नहीं किया था। बद्दी बरोटीवाला के उद्योगों से निकलने वाले दूषित पानी के शोधन के लिए बद्दी के कंदुवाला में करोड़ों की लागत से सीईटीपी (कॉमन एयूलिएंट ट्रीटमेंट प्लांट) स्थापित किया गया हैं, लेकिन कई स्थानीय उद्योग इस प्लांट से जुड़ने में कोई दिलचस्पी नही दिखा रहे थे। बद्दी  इन्फ्रास्ट्रक्चर द्वारा दिए गए आंकड़ों के मुताबिक बद्दी-बरोटीवाला में कुल 428 उद्योग चिन्हित किए गए। इनसे रसायनयुक्त पानी का उत्सर्जन होता है हालांकि इन उद्योगों में एसटीपी, ईटीपी भी लगे हैं, लेकिन सीईटीपी स्थापित होने के बाद इसे जुड़ना इनके लिए अनिवार्य है। इन 428 उद्योगों में से 351 उद्योग ही अभी तक सीईटीपी से जुडे़ हैं जब बाकी उद्योग आनाकानी करते रहे है। इनमें से 42 उद्योगों की बिजली काटने के आदेश जारी होने के तकरीबन एक सप्ताह बाद भी कई उद्योगों की बिजली नहीं कटी है।इसे लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एक्सईएन बृजभूषण ने बताया कि हाई कोर्ट के निर्देश पर 30 अगस्त को ही बोर्ड ने 42 उद्योगों की बिजली काटने के आदेश जारी कर दिए थे, लेकिन उनके पास आी तक कंपलायस रिपोर्ट नहीं पहुंची है। राज्य विद्युत बोर्ड के बददी स्थित एक्सईएन राकेश ठाकुर ने बताया कि उनके पास उद्योगों की बिजली काटने के आदेश सोमवार शाम पहुंचे थे, उन्होंने मंगलवार सुबह बिजली काटने की प्रक्रिया शुरू कर दी है और कई उद्योगों की बिजली काट दी गई है। बुधवार शाम तक सभी उद्योगों की बिजली काट कर रिपोर्ट बोर्ड को भेज दी जाएगी।

बोर्ड ने नहीं की लिस्ट अपडेट

हाई कोर्ट के निर्देश पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने 42 उद्योगों की बिजली काटने के आदेश तो जारी कर दिए लेकिन चर्चा है कि बोर्ड ने इस लिस्ट को अपडेट नहीं किया। बताया जा रहा है कि यह लिस्ट अप्रैल माह तक की स्थिति पर आधारित है जबकि असल में उसके बाद अब तक इन 42 उद्योगों में से कइयों ने सीईटीपी से एग्रीमेंट भी कर लिया है। इसके अलावा इस सूची में शामिल दर्जन भर से ज्यादा उद्योग बंद भी हो चुके है। मंगलवार को जब बिजली बोर्ड के कर्मी बिजली काटने पहुंचे तो उद्योगपति लिस्ट में अपना नाम तक अवाक रह गए , उन्होंने तुरंत प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों को फोन घुमाने शुरू कर दिए कि हमारा एग्रीमेंट भी हो चुका है, वह सीईटीपी को पानी भेज रहे ।

अपार्टमेंट में बिजली काटने के आदेश

बीबीएन- राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने बददी स्थित सनसिटी अपार्टमेंट की बिजली काटने के आदेश जारी किए है। जिससे अपार्टमेंट रही रहे सैंकड़ों परिवारों में खलबली मच गई है। जानकारी के मुताबिक उक्त आदेश एनवायरमेंट क्लीयरेंस की रिन्वयूल न करवाने की एवज में बीते सप्ताह जारी हुए थे,लेकिन अभी तक इन आदेशों पर अमल नहीं हुआ है। राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिशाषी अभियंता बृजभूषण ने बताया कि बद्दी के एक अपार्टमेंट की बिजली काटने के आदेश ने बोर्ड ने जारी किए है।

दवा उद्योग की बिजली काटने के फरमान

बीबीएन- बद्दी के किश्नपुरा स्थित एएनजी दवा उद्योग की बिजली काटने के आदेश राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने जारी किए है। बोर्ड ने यह कार्रवाई बीते दिनों बददी के पास खुले में उक्त उद्योग की भारी तादाद में दवाएं फैंकने के मामले में की है। अधिशाषी अभियंता बृजभूषण ने इसकी पुष्टि की है।


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