जीबी पंत यूनिवर्सिटी में बनाया ईको फ्रेंडली जैविक ईंधन

By: Sep 30th, 2017 12:04 am

किसी भी डीजल इंजन में किया जा सकता है इस्तेमाल, ग्रीन हाउस गैसों का कम होता है उत्सर्जन

newsनैनीताल— देश के पहले कृषि विश्वविद्यालय के नाम से मशहूर जीबी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पंतनगर के वैज्ञानिकों ने नए प्रकार का जैविक ईंधन (बायोफ्यूल) तैयार किया है। इस बायोफ्यूल से कोई भी डीजल इंजन चलाया जा सकता है और इसके प्रयोग से पर्यावरण में अपेक्षाकृत कम प्रदूषण उत्पन्न होता है। वैज्ञानिकों ने इस बायोफ्यूल का पेटेंट भी करा लिया है। पंतनगर विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक जयंत सिंह ने बताया कि इस जैविक ईंधन को विश्वविद्यालय के प्रौद्योगिकी महाविद्यालय के फार्म मशीनरी एंड पावर विभाग के वैज्ञानिकों ने ईजाद किया है। इसका श्रेय विभाग के वीरा प्रसाद गोडूगुला, डा. जयंत सिंह, डा. टीके भट्टाचार्य एवं डा. एमपी सिंह को जाता है। ईंधन को ईजाद करने वाले वैज्ञानिकों ने बताया कि यह बायोफ्यूल करंजा तेल के एस्टर एवं एथेनोल के मिश्रण से विकसित किया गया है। डा. जयंत ने बताया कि इस बायोफ्यूल से कोई भी डीजल ईंजन चलाया जा सकता है। इस ईंधन को डीजल के स्थान पर प्रयोग करने पर पाया गया कि डीजल के बजाय इस ईंधन के प्रयोग से ग्रीन हाउस गैसों का उत्सर्जन कम होता है। यह विश्वविद्यालय की बड़ी कामयाबी है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय ने इसका पेटेंट भी करा लिया है। केंद्र सरकार के पेटेंट कार्यालय द्वारा हाल ही में इसके पेटेंट को स्वीकृति दे दी है। पेटेंट दाखिल करने की अवधि से आगे के बीस वर्षों के लिए किया गया है। विश्वविद्यालय के कुलपति डा. एके मिश्रा ने वैज्ञानिकों के इस अभिनव प्रयोग को विश्वविद्यालय के लिए अहम कदम बताया। वैज्ञानिकों के इस अभिनव प्रयोग पर कुलपति एवं विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता डा. एचसी शर्मा ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए वैज्ञानिकों को नए प्रयोग कर अधिक से अधिक पेटेंट कराने की अपील की है।


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