डॉक्सीसाइक्लिन का स्टॉक रखें अस्पताल

By: Sep 23rd, 2017 12:01 am

स्क्रब टायफस से निपटने को एनएचएम एमडी ने जारी किए आदेश

शिमला  – प्रदेश में स्क्रब टायफस का कहर जारी है।  ताजा जानकारी के अुनसार आईजीएमसी में कोटखाई के 48 वर्षीय  ग्रामीण की स्क्रब टायफस से मौत हो गई । वह 19 सितंबर को अस्पताल में भर्ती हुआ था। गौर हो कि प्रदेश में स्क्रब से मरने वालों का आंकड़ा 21 तक पहुंच गया है।  स्क्रब टायफस से लड़ने के लिए एनएचएम अब एसएमएस के जरिए लोगों को जागरूक कर रहा है। इसके लिए नेशनल हैल्थ मिशन ने योजना तैयार की है।  प्रदेश में सभी लोगों को यह एसएमएस भेजा जा राह है। इसके लिए बीएसएनएल के साथ टाइअप किया गया है। एसएमएस में इसमें इन बीमारियों से बचने के लिए जरूरी टिप्स दिए जा रहे हैं।  हिमाचल में अभी तक स्क्रब से 21 लोगों की मौत हो चुकी है और 600 से अधिक मामले पॉजिटिव पाए गए हैं। स्क्रब के कहर को देखते हुए सभी बीएमओ के साथ हर सप्ताह वीडियो कान्फ्रेंसिंग की जा रही और फीडबैक लिया जा रहा है। इसमें एनएचएम  के एमडी की ओर से सभी बीएमओ को निर्देश जारी किए गए हैं कि वह अपने-अपने क्षेत्रों में निजी अस्पतालों को भी स्क्रब के दौरान दी जाने वाली डॉक्सीसाइक्लिन दवा का स्टॉक अपने पास रखें।  इस अभियान के तहत उन क्षेत्रों पर अधिक फोकस किया जा रहा है,जहां पर इन रोगों से अधिक लोग प्रभावित होते हैं।  हिमाचल के पहाड़ी क्षेत्रों में स्क्रब व मैदानी क्षेत्रों में डेंगू की चपेट में सैकड़ों लोग आते हैं और कइयों की जान भी चली जाती है। पिछले  साल भी स्क्रब से प्रदेश में कई लोगों की जान चली गई थी। बद्दी, परवाणू से कुछ मामले डेंगू के सामने आए थे, लेकिन इस बार राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन ने इन रोगों से निपटने के लिए पहले ही तैयारी शुरू कर दी है। विशेषज्ञों के अनुसार स्क्रब टायफल से बचने के लिए सफाई का विशेष ध्यान रखें। घर व आसपास के वातावरण को साफ रखें। घर व आसपास कीटनाशक दवा का छिड़काव करें। मरीजों को डाक्सीसाइक्लिन और एजिथ्रोमाइसिन दवा दी जाती है।


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