बारिश रोक रही कोटरूपी में एनएच

By: Sep 4th, 2017 12:15 am

भू-स्खलन के डर से अभी भी पूरी तरह रोड खोलने से कतरा रहा प्रशासन

newsमंडी – बारिश के चलते कोटरूपी के पूरी तरह बहाल होने का इंतजार बढ़ गया है। मानसून खत्म होने को है, लेकिन बार-बार हो रही बारिश के चलते प्रशासन ने फिलहाल एहतियातन कोटरूपी को पूरी तरह से बहाल करने पर कोई फैसला नहीं लिया है। ऐसा इसलिए भी है, क्योंकि मंडी सहित पूरे हिमाचल में भू-स्खलन हो रहा है और शनिवार को ही ढली में भी भू-स्खलन होने से प्रशासन किसी तरह का कोई रिस्क नहीं लेना चाहता। हिमाचल के इतिहास के सबसे बड़े भू-स्खलनों में से एक कोटरूपी भू-स्खलन की भयावता का अंदाजा इसी बात से भी लगाया जा सकता है कि प्रशासन अभी तक भी मंडी-पठानकोट नेशनल हाई-वे को पूरी तरह से बहाल करने से कतरा रहा है। 12 अगस्त को देर रात भू-स्खलन होने के बाद से मंडी-पठानकोट नेशनल हाई-वे के ट्रैफिक को वाया घोघरधार और झंटीगरी शिफ्ट किया जा रहा है, लेकिन सड़क ट्रैफिक को संभालने में काबिल नहीं है। भू-स्खलन के करीब 11 दिन बाद 12 घंटे के लिए दिन के समय कोटरूपी एनएच बहाल किया गया था। इसके बाद समयावधि बढ़ाते हुए इसे 14 घंटे कर दिया गया है, लेकिन रात को एनएच से गुजरने वाली सैकड़ों गाडि़यों को अभी भी बारिश को वाया घोघरधार भेजा जा रहा है। संकरी सड़क होने के कारण यहां हादसे भी हो चुके हैं। एसडीएम पद्धर डा. आशीष शर्मा ने बताया कि लगातार हो रही बारिश के कारण फिलहाल पूरी तरह बहाल नहीं किया जा सकता। स्थिति पर पूरी तरह नजर बनाए हुए हैं। गौरतलब है कि कोटरूपी हादसे में 46 लोगों के शव मलबे से बरामद किए गए थे। फिलहाल दो व्यक्ति दबे हुए हैं।

सर्च आपरेशन बंद, नहीं मिले दो शव

हादसे में मलबे के नीचे दबे आखिरी व्यक्ति को निकालने तक सर्च आपरेशन जारी रखने की बात कही गई थी। हालांकि पूरी मशक्कत के बाद जब शिक्षक का शव मलबे में नहीं मिला, तो प्रशासन ने भी सर्च आपरेशन बंद कर दिया, जबकि मुख्यमंत्री ने खुद आखिरी व्यक्ति के ढूंढे जाने तक सर्च आपरेशन जारी रखने के लिए कहा था।


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