रिटायरमेंट के बाद भी बच्चें में ज्ञान बांट रहे श्याम लाल

By: Sep 5th, 2017 12:07 am

दांदड़ू के सेवानिवृत्त अध्यापक श्याम लाल दे रहे फ्री शिक्षा, 2012 में राज्य पुरस्कार से सम्मानित

newsहमीरपुर  – प्राथमिक पाठशाला दांदडू में सेवानिवृत्त अध्यापक श्याम लाल छात्रों को फ्री में शिक्षा प्रदान कर रहे हैं। छात्रों के प्रति बेहतर कार्य करने के लिए उन्हें 2012 में राज्य स्तरीय पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है। उनके भरसक प्रयासों से ही आज दांदडू स्कूल में 122 छात्र-छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। अगर स्कूल के किसी अध्यापक की कहीं ड्यूटी लग जाए या फिर कोई अध्यापक छुट्टी पर हो, तो वे छात्रों को पढ़ाने स्कूल पहुंच जाते हैं, ताकि स्कूल के छात्रों की पढ़ाई बिना अध्यापक के बाधित न हो सके। उनका यह क्रम पिछले छह माह से जारी है।  बड़सर क्षेत्र के नौहल याड़ गांव में पिता स्व. हरि सिंह व माता ब्रह्मणी देवी के घर दस फरवरी, 1958 को जन्मे श्याम लाल दूसरे अध्यापकों के लिए प्रेरणा से कम नहीं हैं। प्राथमिक पाठशाला दांदडू में तैनात सीएचटी अध्यापक श्याम लाल ने वर्ष 2009 में ज्वाइन किया था। उस दौरान स्कूल में 100 से भी कम छात्र पढ़ाई करते थे। उन्होंने स्कूल में एक साल के अंदर ही नर्सरी की कक्षाएं शुरू कर दी। स्कूल में वर्ष 2010 से ही छात्रों को इंग्लिश मीडियम में पढ़ाना आरंभ कर दिया। श्याम लाल ने स्कूल के हर बच्चों की जन्मतिथि नोट करके रखी थी, ताकि जब भी किसी छात्र या छात्रा का जन्मदिन आए, तो उसे अपने खर्चे पर ही छात्रों के साथ धूमधाम से मनाया जा सके। यही नहीं जो छात्र बीच में ही पढ़ाई छोड़ देते थे, उन पर भी उन्होंने गंभीरता से सर्च किया, ताकि छात्रों की पढ़ाई छोड़ने की वजह को ढूंढा जा सके। इस दौरान भी उन्होंने करीब आधा दर्जन छात्रों को दोबारा शिक्षा के लिए तैयार किया। नर्सरी से पांचवीं कक्षा के छात्रों को घर पहुंचने में कोई परेशानी न हो इसके लिए श्याम लाल ने एसएमसी, स्कूल स्टाफ व दानी सज्जनों की मदद से एक टाटा सूमो खरीद ली, जो कि छोटे बच्चों को सुबह व शाम घर में फ्री में छोड़ती थी। हमीरपुर में जब प्रेरणा अभियान शुरू किया था, तो इसमें दांदडू स्कूल को द्वितीय पुरस्कार से नवाजा गया था। उन्हें इनाम में एक कम्प्यूटर भेंट किया गया था। श्याम लाल 28 फरवरी, 2017 को प्राथमिक पाठशाला दांदडू से सेवानिवृत्त हो गए। उन्होंने सेवानिवृत्ति के तीन माह तक लगातार स्कूल में छात्रों को फ्री में पढ़ाया। अब स्कूल में पद भरने के चलते अध्यापक की छुट्टी होने के उपरांत ही छात्रों को पढ़ाने स्कूल पहुंचते हैं। श्याल लाल की पत्नी उर्मिला देवी गृहिणी हैं। उनके तीन बच्चें हैं, जिनमें बेटा नीरज शर्मा अल्ट्राटेक में इंजीनियर, बेटी पूजा शर्मा बड़सर अस्पताल में स्टाफ  नर्स व दूसरी बेटी सपना शर्मा फैशन डिजाइनिंग में नाम कमा रही हैं। उन्होंने बताया कि उनका एक ही लक्ष्य है कि वह ज्यादा से ज्यादा बच्चों को शिक्षित कर सकें।

2012 में राज्य स्तरीय पुरस्कार से सम्मानित

शिक्षक श्याम लाल को वर्ष 2012 में राज्य स्तरीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। बेहतरीन कार्यों के चलते सेवानिवृत्त अध्यापक श्याम लाल का कार्यकाल सरकार ने एक साल तक बढ़ा दिया था।


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