रूबेला के टीके से चार बच्चे बीमार

By: Sep 5th, 2017 12:07 am

newsऊना – खसरा-रूबेला अभियान के तहत स्कूली बच्चों की तबीयत बिगड़ने के मामले खत्म नहीं हो रहे हैं, लेकिन अस्पताल प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है। हालांकि इस कारण बच्चों के भूखे टीकाकरण होना माना जा रहा है, लेकिन जागरूकता के बाद भी इस तरह की कोताही सामने आ रही है। कहीं बच्चों की तबीयत बिगड़ने के कारण कुछ और ही तो नहीं है। जो न ही स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों की समझ में भी नहीं आ रहे हैं। ‘दिव्य हिमाचल’ द्वारा इस मसले को उठाया गया तो भी इस बारे में बच्चों की घबराहट होना या फिर भूखे पेट इंजेक्शन लगवाना कारण बताया गया, लेकिन एक और मामला उजागर होने के चलते ही एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं। सोमवार को ऊना शहर में स्थित डीएवी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में खसरा-रूबेला टीकाकरण किया गया, लेकिन अचानक ही चार बच्चों की तबीयत बिगड़ गई। इसके चलते इन बच्चों को 108 नंबर एंबुलेंस के माध्यम से क्षेत्रीय अस्पताल पहुंचाया गया। बाकायदा इन बच्चों को उपचार भी मुहैया करवाया। हालांकि अब इन बच्चों की तबीयत बेहतर बताई जा रही है, लेकिन उसके बावजूद भी बच्चे सहमे हुए थे। ऊना जिला में लगातार इस तरह के मामले उजागर हो रहे हैं। खसरा-रूबेला का इंजेक्शन लगाने के बाद करीब 18 बच्चों की तबीयत बिगड़ चुकी है। वहीं, अस्पताल प्रशासन इसे लेकर गंभीर नहीं दिख रहा है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मानें तो बच्चों में घबराहट होने की शिकायत सामने आ रही है, जिनका उपचार किया गया है। करीब 40 हजार बच्चों का टीकाकरण किया गया है। स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों के अनुसार टीकाकरण का कोई नकारात्मक असर बच्चों पर नहीं पड़ता है। इंजेक्शन लगने से अकसर बच्चे घबरा जाते हैं। जिससे उनकी तबीयत बिगड़ जाती है। जिला में नौ माह से 15 वर्ष के बच्चों को खसरा-रूबेला का इंजेक्षन लगाया जा रहा है।


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