सैहब कर्मी… फिर हड़ताल का ऐलान

By: Sep 19th, 2017 12:10 am

newsशिमला  —  सफाई कर्मी 20 फीसदी बढ़ोतरी की मांग पर अड़े हैं। वार्षिक आम बैठक में दस फीसदी वृद्धि का प्रस्ताव उन्हें नामंजूर रहा और उन्होंने फिर से हड़ताल पर उतरने का फैसला ले लिया है। यानी शिमला शहर में गंदगी का जो आलम व्याप्त है, वह दूर होता नहीं दिख रहा। सैहब सोसायटी के कर्मचारियों ने एजीएम बैठक से निकल कर फिर से प्रदर्शन किया व हड़ताल जारी रखने का एलान कर दिया है। शहरी विकास मंत्री सुधीर शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित एनुअल जनरल मीटिंग में सैहब कर्मचारियों के वेतन में दस फीसदी की बढ़ोतरी और पालिसी बनाने की मांग मान ली गई, लेकिन सैहब कर्मचारी बीस फीसदी की वृद्धि पर ही अड़े रहे। सैहब सोसायटी कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष जसवंत सिंह ने कहा कि एजीएम में भी कर्मचारियों को निराशा हाथ लगी है। शहरी विकास मंत्री ने एक माह में पालिसी बनाने और वेतन में दस फीसदी की बढ़ोतरी की गई, जो कम है। अध्यक्ष जसवंत सिंह ने कहा कि कर्मचारी यूनियन के पदाधिकारियों ने फैसला लिया है कि जब तक निगम प्रशासन सैहब कर्मियों के वेतन में 20 फीसदी वृद्धि नहीं करता, तब तक कोई भी कर्मचारी काम पर नहीं लौटेगा।

शहर में महामारी फैलने का बढ़ा खतरा

शिमला शहर में जिस तरह से गंदगी व्याप्त हो रही है, वानर इधर-उधर कूड़ा बिखेर रहे हैं। बरसात के दौरान नमी के चलते लोग अंदेशा जता रहे हैं कि कहीं महामारी न फूट जाए।

निगम के पास कोई विकल्प नहीं

नगर निगम शिमला के पास सफाई के लिए कोई विकल्प नहीं दिख रहा। कलेक्शन सेंटर तक वाहन तो जा रहे हैं, मगर लोगों के घर इतने दूर है कि बंदरों व कुत्तों के डर से वे डस्टबिन उठाकर इन केंद्रों तक नहीं पहुंच पा रहे। बावजूद इसके नगर निगम कोई ऐसी व्यवस्था नहीं कर पा रहा, जिससे हड़ताली कर्मियों के हौसले पस्त हो।

काम पर तो पहले भी रेगुलर नहीं आते थे

लोगों का आरोप है कि सैहब सोसायटी कर्मी कई इलाकों में नियमित रूप से तो काम पर पहले भी नहीं आते थे। कभी वे काम के बोझ का बहाना मार कर अन्य बीट पर जाने की बात कहते थे ,तो कभी छुट्टी पर रहने की। जबकि महीने बाद पूरे पैसे जरूर ले लिए जाते थे।

शहर में घरों से नहीं उठ रहा कूड़ा….

सैहब कर्मचारियों की हड़ताल सोमवार को सातवें दिन भी जारी रही। हड़ताल के चलते शहर के 41 हजार घरों से डोर-टू-डोर गारबेज कलेक्शन योजना के तहत कूड़ा नहीं उठ पा रहा है। घरों से लेकर जंगलों तक कूड़े के ढेर लग गए हैं। मजबूर जनता यहां-वहां कूड़ा फेंकने को मजबूर हैं।

कर्मचारियों ने प्रदर्शन कर जताया रोष

सैहब कर्मचारियों ने सोमवार को बैठक खत्म होने के बाद उपायुक्त कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। इस दौरान कर्मचारियों ने निगम प्रशासन व सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। यूनियन के अध्यक्ष जसवंत सिंह ने कहा कि मांगें पूरी न होने तक प्रदर्शन जारी रहेगा।

शनान में कूड़ा उठाने को नहीं पहुंच रहे वाहन

नगर निगम शिमला के वार्ड -रुल्दूभट्टा के शनान क्षेत्र में पिछले कई दिनों से कूड़ा उठाने के लिए वाहन नहीं पहुंचा है। शनान में जिस जगह पर कूड़े के ढेर लगे हैं, वहां पर हैंडपंप है और इसी स्थल से रोजाना सैकड़ों लोग बस पकड़ते है। इस जगह पर गंदगी इस कद्र बढ़ गई है कि स्थानीय लोग कभी भी बीमारी की चपेट में आ सकते हैं।


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