घवांडल सीएचसी में डाक्टर नहीं

By: Oct 7th, 2017 12:05 am

नयनादेवी —  विश्व विख्यात शक्तिपीठ नयनादेवी में स्वास्थ्य सुविधाएं बिलकुल न के बराबर है। यहां पर घवांडल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्थायी चिकित्सक न होने से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, परंतु इस तरह की समस्या के बारे न तो कोई विभागीय अधिकारी सुध ले रहा है और न ही यहां के स्थानीय नेता। हालात ऐसे हो गए हैं कि यहां पर मरीजों को मजबूरन निजी अस्पतालों का रुख करना पड़ रहा है। इसके चलते गरीब लोगों को तो निजी अस्पतालों में जांच करवाने के लिए भी भारी परेशानी होती है। बता दें कि पिछले कई महीनों से यहां पर स्थायी डाक्टर की नियुक्ति नहीं हो पाई है। डेपुटेशन पर डाक्टर लगाए जाते हैं, यहां पर डाक्टरों के चार पद हैं और चारों खाली है। आज भी जब इस चिकित्सालय में कोई भी डाक्टर नहीं था, मरीज परेशान थे। विश्व विख्यात शक्तिपीठ नयनादेवी के अलावा लगभग 25 गांव की आबादी इस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर निर्भर करती है, लेकिन पिछले कुछ महीनों से डाक्टरों की भारी कमी के चलते यह अस्पताल मात्र शोपीश बनकर रह गया है। अब मरीज इस अस्पताल में आने की बजाय पंजाब की तरफ  रुख करते हैं। हालांकि गुरुवार को यहां पर एक रीना देवी नामक महिला  जो कि समीपवर्त्ती ग्राम कल्लर की रहने वाली थी। महिला ने कहा कि उसे कोई भी डाक्टर आज देखने नहीं आया, इसलिए बेहतर है कि वह घर ही चली जाए। इसके अलावा चिकित्सालय में पिछले तीन सालों से एंबुलेंस का ड्राइवर भी नहीं है और एंबुलेंस की मात्रा  शोपीश बनकर रह गई है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग से आग्रह किया है कि यहां पर जल्द से जल्द चिकित्सकों की नियुक्ति करें, ताकि लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App