न्याय के लिए सड़कों पर बिलासपुर

By: Oct 24th, 2017 12:07 am

बिलासपुर  – फिजियोथैरेपिस्ट ज्योति ठाकुर के परिजनों ने पुलिस व एसआईटी टीम द्वारा इस मामले की जांच न करने के चलते सोमवार को लक्ष्मी नारायण मंदिर से एसपी कार्यालय तक काले बिल्ले लगाकर कैंडल मार्च निकाला। इस मार्च में ज्योति के परिजनों के साथ बिलासपुर की कई संस्थाओं ने उन्हें समर्थन दिया और उनके साथ इस मार्च में शामिल हुए। ज्योति के भाई आशीष ठाकुर ने बताया कि डेढ़ माह हो गया है ,लेकिन अभी तक भी उनकी बहन की संदिग्ध अवस्था में हुई मृत्यु का खुलासा नहीं किया गया है।  बता दें कि छह सिंतबर को फिजियोथैरेपिस्ट ज्योति ठाकुर की मौत संदिग्ध अवस्था में हुई थी,  जिसमें परिवार वालों को शक जाहिर हुआ था कि उनकी बेटी ने आत्महत्या नहीं बल्कि उसकी हत्या की गई है। इस दौरान एसपी बिलासपुर द्वारा इस मामले की जांच को लेकर एसआईटी टीम का गठन किया गया था। परंतु अभी तक एसआईटी ने इस मामले में कोई बड़ा खुलाया नहीं किया है। परिवार वालों का कहना है कि उन्हें एसआईटी टीम पर शक है, क्योंकि बार-बार एसआईटी अधिकारी उन्हें इस केस को बंद करने के लिए उन पर दबाव डाल रहा है। इस तरह की परेशानियों को मद्देनजर रखते हुए ज्योति के परिवार वालों ने सोमवार को शांति पूर्वक प्रदर्शन करके एसपी बिलासपुर अंजुम आरा से न्याय की गुहार लगाई। इसके साथ ही एसपी ने परिजनों की मांग पर लैटर तैयार करके सरकार से सीबीआई जांच करवाने की मांग की है। वहीं परिजनों ने पुलिस अधीक्षक से यह भी मांग की है कि  एसआईटी अधिकारी द्वारा कोई भी जांच में खुलासा न होने के चलते जवाब मांगा जाए। इस मौके पर एटक जिला अध्यक्ष प्रवेश चंदेल, अर्द्धनारिश्वर बिजली महंत, बिटिया फाउंडेशन की प्रदेशाध्यक्ष सीमा सांख्यान व ज्योति के परिजनों के साथ आए लगभग 60 से अधिक लोग उपस्थित रहे।

एसपी के इंतजार पर भड़के परिजन

एसपी कार्यालय में एसपी के न मिलने से परिजनों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। दरअसल परिजनों को एसपी से मिलने के लिए एक घंटे का इंतजार करना पड़ा, क्योंकि एसपी कहीं सरकारी कार्य से कहीं बाहर गई हुई थीं। इस दौरान तकरीबन एक घंटे बाद एसपी वहां पहुंची, तो परिजनों ने अपना प्रदर्शन शांत किया।

डायरी से नेगेटिव बातें नोट

ज्योति के भाई आशीष का कहना है कि एसआईटी टीम को जो ज्योति की डायरी मिली है उसमें से एसआईटी ने सिर्फ नेगेटिव बातें ही नोट की हैं। उनका कहना है कि उस डायरी में बहुत सारी ऐसी बातें भी थी, जिसमें ज्योति ने अपनी खुशी डायरी के माध्यम से जाहिर की थी, परंतु एसआईटी सिर्फ उस डायरी से ज्योति की नेगेटिव बातों को आधार बना कर मामले को बंद करने का दबाव बना रही थी।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App