विकास मांगने वालों को कीमत तो चुकानी पड़ेगी

By: Oct 2nd, 2017 12:10 am

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने टैक्स भरने की दी नसीहत, कहा, राजस्व सरकार की लाइफलाइन

NEWSफरीदाबाद— वित्त मंत्री अरुण जेटली का कहना है कि जो लोग देश के विकास की मांग करते हैं, उन्हें जरूरत पड़ने पर उसकी कीमत भी चुकानी होगी। उन्होंने कहा कि विकास के लिए पैसों की जरूरत होती है, हालांकि इसे ईमानदारी से खर्च किया जाना चाहिए। नेशनल अकादमी ऑफ कस्टम्स एक्साइज एंड नार्कोटिक्स के स्थापना दिवस के मौके रविवार को श्री जेटली ने कहा कि राजस्व सरकार की लाइफलाइन है। इसके जरिए ही देश को विकासशील से विकसित राष्ट्र में तबदील किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि ऐसे समाज में करदाता न होने की ज्यादा चिंता नहीं की जाती, वहां अब लोग समय के साथ टैक्स के लिए आगे आ रहे हैं। इसी के चलते करों को एक कर दिया गया है। एक बार बदलाव स्थापित हो जाएंगे, फिर हमारे पास सुधार के लिए जगह होगी। अरुण जेटली ने कहा कि टैक्स के दायरे में लोगों को लाने के लिए टैक्स डिपार्टमेंट के अधिकारियों को काम करना चाहिए, लेकिन उन लोगों पर गैर जरूरी दबाव नहीं डाला जाना चाहिए, जो इसके दायरे में नहीं आते। वित्त मंत्री ने कहा कि भारत में इनडायरेक्ट टैक्स में इजाफा हो रहा है, जबकि इकॉनोमी भी ग्रोथ कर रही है। प्रत्यक्ष कर प्रभावशाली वर्ग की ओर से दिया जाता है, जबकि अप्रत्यक्ष कर का बोझ सभी पर पड़ता है। इसीलिए हमने वित्तीय नीतियों में जरूरी चीजों पर सबसे कम टैक्स लगाने का फैसला लिया है।

जीएसटी स्लैब में कटौती के संकेत

फरीदाबाद – वित्त मंत्री अरुण जेटली ने संकेत दिया है कि राजस्व बढ़ने के बाद जीएसटी के तहत स्लैब में कटौती की जा सकती है। जेटली ने कहा कि हमारे पास इसमें दिन के हिसाब से सुधार करने की गुंजाइश है। जीएसटी के क्रियान्वयन के बाद इसके रेवेन्यू न्यूट्रल के स्तर तक पहुंचने के बाद ही व्यापक आर्थिक सुधार हो सकते हैं। रेवेन्यू न्यूट्रल दर जीएसटी की वह दर है, जिसमें कर नियमों में बदलाव के बाद भी कर के रूप में सरकार को समान राशि मिले। फिलहाल जीएसटी की चार स्लैब हैं, जो शून्य से 28 प्रतिशत के बीच हैं। जेटली ने कहा कि मौजूदा जीएसटी प्रणाली के तहत कर दरों में कटौती रेवेन्यू न्यूट्रल प्लस की स्थिति के बाद ही हो सकती है।

रसोई गैस डेढ़ रुपए महंगी, हवाई ईंधन भी छह फीसदी भड़का

नई दिल्ली — रसोई गैस (एलपीजी) के दाम 1.50 रुपए प्रति सिलेंडर बढ़ाए गए हैं। आईओसी ने कहा कि दिल्ली में 14.2 किलोग्राम के सबसिडी वाले एलपीजी सिलेंडर का दाम अब 488.68 रुपए होगा। अभी तक यह 487.18 रुपए है। इससे पहले पहली सितंबर को एलपीजी के दाम सात रुपए प्रति सिलेंडर बढ़ाए गए थे। उधर, विमान ईंधन के दाम भी छह फीसदी बढ़ गए हैं।


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