स्टोक्स का नामांकन रद्द

By: Oct 25th, 2017 12:08 am

ठियोग में कांग्रेस का उड़ा मजाक, जल्दबाजी में अधूरा फार्म जमा करवाना पड़ा भारी

ठियोग — हिमाचल सरकार की वरिष्ठ मंत्री विद्या स्टोक्स का ठियोग विधानसभा क्षेत्र से आखरी समय में आनन-फानन में भरा गया नामांकन रद्द हो गया है। मंगलवार को ठियोग में रिटर्निंग आफिसर एसडीएम ठियोग के कार्यालय में हुई जांच के दौरान स्टोक्स द्वारा भरे गए नामांकन को रद्द किया गया है। नामांकन रद्द होने का कारण जरूरी दस्तावेजों का मिस होना और अधूरे फार्म जमा करवाना है। किसी पार्टी की प्रदेश स्तर की नेता का इस तरह से नामांकन रद्द हो जाना, अपनी तरह का पहला मामला है, जिसकी चर्चा इस समय हर जगह हो रही है। गौरतलब है कि ठियोग से विद्या स्टोक्स से पहले एक और कैंडीडेट दीपक राठौर ने भी कांग्रेस की ओर से नामांकन भरा था, लेकिन अंतिम समय में विद्या स्टोक्स ने ठियोग आकर कांग्रेस से नामांकन भर दिया था। हालांकि छंटनी के दौरान पूरे दस्तावेज न होने के कारण उनके नामांकन को चुनाव आयोग ने रद्द कर दिया है। अहम बात यह है कि कांग्रेस के ही दीपक राठौर ने यहां से नामांकन पत्र दाखिल किया था, अन्यथा कांग्रेस की ठियोग में प्रत्याशी न होने के कारण फजीहत हो जाती। इससे पहले मंगलवार सुबह माकपा व भाजपा दोनों विपक्षी पार्टियों के नेताओं द्वारा विद्या स्टोक्स के नामांकन को लेकर रिटर्निंग आफिसर के समक्ष एक अपील भी की गई थी, जिसमें हवाला दिया गया था कि कांग्रेस पार्टी हाइकमान ने जब ठियोग का टिकट दीपक राठौर को दिया था तो पहले इनका टिकट रद्द होना चाहिए था और उनकी जगह पर स्टोक्स को टिकट मिलना था, जिसके लिए फार्म नंबर बी में एक अलग से कालम भी होता है। इस कालम को अधूरा छोड़ने के कारण स्टोक्स का नामांकन रद्द हुआ है, क्योंकि दो उम्मीदवार एक ही सिंबल पर चुनाव नहीं लड़ सकते और पार्टी का अधिकृत प्रत्याशी दीपक राठौर है। इस मुद्दे को लेकर छंटनी के दौरान पूरा दिन ठियोग के एसडीएम कार्यालय के बाहर पार्टी के नेताओं का जमावड़ा लगा रहा। ठियोग में कांग्रेस के टिकट को लेकर शुरू से ही ड्रामा होता रहा है। पहले विद्या स्टोक्स ने राजनीति से संन्यास की बात करके मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को ठियोग से चुनाव में उतारने की बात कही। सीएम ने जब ठियोग की जगह अर्की की सीट चुनी तो स्टोक्स ने खुद ही ठियोग से चुनाव में उतरने की बात कही।  अचानक तबीयत बिगड़ने के कारण उन्होंने फिर विजयपाल खाची को टिकट देने की वकालत हाइकमान से की थी, लेकिन दीपक राठौर को टिकट दे दिया गया। इससे नाराज विद्या स्टोक्स ने सोमवार नामांकन के आखिरी समय में आनन-फानन में परचा भरा था। रिटर्निंग आफिसर ठियोग टशी संडूप ने बताया कि विद्या स्टोक्स ने अपने नामांकन में जरूरी दस्तावेज जमा नहीं करवाए थे, जिसके चलते उनका नामांकन रद्द किया गया है।

आखिर क्यों रद्द हुआ स्टोक्स का परचा

ठियोग से कांग्रेस की ओर से पहले दीपक राठौर ने नामांकन भरा था, लेकिन सोमवार को आखिरी समय में विद्या स्टोक्स ने भी कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर नामांकन भर दिया। दीपक राठौर ने कह दिया था कि हाइकमान के कहने पर वह चुनाव नहीं लड़ेंगे। हालांकि फार्म नंबर बी, जिसमें एक कॉलम है कि यदि किसी पार्टी से टिकट बदलकर दूसरे को दिया जाता है तो पहले कैंडीडेट का नामांकन रिजेक्ट करना होता है, जोकि नहीं किया गया था। हालांकि स्टोक्स के पास पार्टी अध्यक्ष व चुनाव प्रभारी सुशील कुमार शिंदे का आधिकारिक पत्र था, लेकिन कॉलम अधूरा होने से नामांकन रद्द हो गया।

प्रदेश भर में 37 नामांकन रद्द

शिमला – विधानसभा चुनाव के लिए सोमवार तक भरे गए कुल 476 नामांकनों में से 37 नामांकन रद्द हो गए हैं। अभी कुछेक क्षेत्रों से जिला निर्वाचन अधिकारियों की रिपोर्ट चुनाव विभाग को नहीं मिल सकी थी। जिलों से जुटाई गई जानकारी के अनुसार कांगड़ा जिला में 13 नामांकन रद्द पाए गए हैं, जबकि ऊना में 11, मंडी में पांच, बिलासपुर में एक, सिरमौर में पांच और शिमला जिला में दो नामांकन रद्द हुए हैं। प्रदेश में कुछ क्षेत्र ऐसे भी हैं, जहां पर नामांकन पत्रों की छंटनी के बाद फैसला बुधवार को लिया जाएगा।


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