हिमाचल में महिलाओं की सुरक्षा और मजबूत

By: Oct 5th, 2017 12:10 am

सीएम ने स्त्री सुरक्षा मोबाइल ऐप’ किया लांच

NEWSशिमला ,धर्मशाला, ऊना— महिलाएं समाज की अभिन्न हिस्सा हैं और उनका आदर व सम्मान करना हम सबकी नैतिक जिम्मेदारी है, जिसकी वे हकदार हैं। इसी बात को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने हाल ही में सोलन में ‘वन स्टॉप सेंटर’ खोला है। इसी के साथ बुधवार को मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने तीन जिलों  कांगड़ा, चंबा तथा ऊना में द्विभाषीय ऐप ‘स्त्री सुरक्षा मोबाइल’ का शुभारंभ किया। शिमला से ऐप का ऑनलाइन शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह ऐप निश्चित तौर पर महिलाओं की आपात स्थितियों में मदद करेगी। परिवहन मंत्री जीएस बाली, मुकेश अग्निहोत्री,    सुधीर शर्मा, अतिरिक्त मुख्य सचिव अरविंद मेहता तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे। वहीं धर्मशाला में इस अवसर पर उपायुक्त कांगड़ा कार्यालय के वीडियो कांफें्रसिंग कक्ष में मंडलायुक्त नंदिता गुप्ता, उपायुक्त सीपी वर्मा, पुलिस अधीक्षक रमेश छाजटा के अलावा महापौर रजनी व्यास, एडीएम मस्त राम भारद्वाज, जिला सूचना विज्ञान अधिकारी भूपिंद्र पाठक और एसडीएम श्रवण मांटा  मौजूद रहे। इसके अलावा ऊना में स्त्री सुरक्षा मोबाइल’ के शुभारंभ पर उपायुक्त विकास लाबरू, पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी, एडीएम सुखदेव सिंह, एसडीएम पृथीपाल सिंह, सहायक आयुक्त संजीव कुमार, जिला कार्यक्रम अधिकारी आईसीडीएस रंजीत सिंह, जिला पंचायत अधिकारी रमन शर्मा, जिला कल्याण अधिकारी असीम सूद, जिला सूचना अधिकारी संजीव कुमार, जिला परिषद अध्यक्षा सोमा देवी भरवाल,  अनुराधा, भूपिंद्र सिंह, उर्मिला देवी, अमरजोत सिंह आदि बेदी   उपस्थित थे।

यह है ऐप की खासियत

मंडलायुक्त नंदिता गुप्ता ने कहा कि स्त्री सुरक्षा ऐप की खासियत इसकी तेजी और जीपीएस के माध्यम से शिकायतकर्ता महिला की सटीक लोकेशन का पता चलना है।  महिलाएं अपने एंड्रॉयड फोन पर इस ऐप को प्ले स्टोर से निशुल्क डाउनलोड कर सकती हैं।  किसी प्रकार की विषम अथवा आपातकालीन परिस्थिति के दौरान महिलाओं को केवल एक बार सहायता बटन दबाना होगा। इसके जरिए शिकायतकर्ता और पुलिस कंट्रोल रूम चंद सेकंड में एक-दूसरे से जुड़ जाएंगे।  इसमें  किसी भी प्रकार के इंटरनेट कनेक्शन की आवश्यकता नहीं होगी ।

 इस तरह से काम करेगी ऐप

नंदिता गुप्ता ने कहा कि एप डाउनलोड करने के उपरांत महिलाओं को उसमें अपने तीन परिचितों के मोबाइल नंबर फीड करने होंगे, जिन्हें बटन दबाते ही उनके खतरे में होने का हिंदी अथवा अंग्रेजी भाषा में से चुनी हुई एक भाषा में पूर्व तैयार एसएमएस चला जाएगा। इसके साथ ही उन्हें उस जिला का पता भरना होगा जहां वे सामान्य तौर पर रहती हैं। बटन दबाते ही उस जिले के पुलिस नियंत्रण कक्ष में खतरे को लेकर एसएमएस चला जाएगा, जिसे शिकायतकर्ता की लोकेशन के अनुरूप नजदीकी पुलिस थाने को भेजा जाएगा।  इसके अलावा बटन के दबाते ही महिला के मोबाइल में स्वतः ही ऑडियो-वीडियो रिकॉर्डिग आरंभ हो जाएगी।

स्मार्ट फोन न हो तो डायल करें 181

नंदिता गुप्ता ने कहा कि जिन महिलाओं के पास स्मार्ट फोन नहीं हैं, वे किसी प्रकार की विषम अथवा आपातकालीन परिस्थिति के दौरान तुरंत पुलिस सहायता प्राप्त करने के लिए निशुल्क फोन नंबर 181 डायल कर सकती हैं।


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