40 पहले हुई मौत, आज भी राज

By: Oct 22nd, 2017 12:05 am

नोबेल पुरस्कार विजेता और प्रसिद्ध लेखक पाब्लो नेरूदा की मौत की जांच कर रहे अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिकों के एक दल ने आज कहा कि उनकी मौत कैंसर या कुपोषण से नहीं हुई थी। इसके बाद पाब्लो की मौत का रहस्य और गहरा गया है। अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिकों के दल ने इस बात से इनकार किया कि महान कवि की मौत कैंसर या कुपोषण से हुई थी, जो उनकी मौत का आधिकारिक कारण बताया जाता है. विशेषज्ञों ने कहा कि कवि और कम्युनिस्ट पार्टी के नेता की इन वजहों से मौत नहीं हुई और न ही उन्होंने इन आशंकाओं के बारे में कुछ कहा. वर्ष 1973 में देश पर सैन्य कब्जे के बाद तानाशाह जनरल ऑगस्तो पिनोशे के एजेंटों ने उनकी हत्या की थी। पैनल के सदस्यों ने कहा कि वह नेरूदा की मौत की वजह का पता लगाने के लिए पैथोजेनिक बैक्टीरिया की जांच करते रहेंगे, जिससे शायद नेरूदा की मौत हुई हो। इससे यह भी पता चल सकेगा कि उनकी मौत में कोई तीसरी पार्टी शामिल थी या नहीं। चिली में तख्तापलट के बाद प्रोस्टेट कैंसर से जूझ रहे 69 वर्षीय कवि की मौत हो गई थी। उनकी मौत का आधिकारिक कारण कुपोषण या कमजोरी और लंबी बीमारी बताया गया था। पैनल की एक विशेषज्ञ ऑरेलियो लुना ने कहा, ‘‘मूल निष्कर्ष यह है कि जब मौत की वजह कमजोरी बताई जाती है, तो मौत का प्रमाणपत्र अमान्य है। हम पाब्लो नेरूदा की मौत के प्राकृतिक या हिंसक कारण को न खारिज कर सकते हैं और न ही उसकी पुष्टि सकते हैं। नेरूदा की मौत के कारण का पता लगाने के लिए वर्ष 2013 में उनका शव बाहर निकाला गया था, उनके परिवार और ड्राइवर ने आगे जांच करने की मांग की। नेरूदा को उनकी प्रेम कविताओं के लिए जाना जाता है।


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