किचन पर महंगाई की मार

By: Nov 15th, 2017 12:05 am

छह माह के उच्चतम स्तर पर पहुंची थोक महंगाई दर, पेट्रोल-डीजल में भी लगी आग

नई दिल्ली— पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस के साथ प्याज, सब्जियों, दूध, फलों और चीनी की कीमतों में तेज बढ़ोतरी के कारण अक्तूबर में थोक महंगाई की दर बढ़कर छह महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा मंगलवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, इस साल अक्तूबर में थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति की दर 3.59 प्रतिशत दर्ज की गई। पिछले साल अक्तूबर में यह 1.27 प्रतिशत और इस साल सितंबर में 2.60 प्रतिशत रही थी। यह इस साल अप्रैल के बाद थोक महंगाई का उच्चतम स्तर है। अप्रैल में थोक महंगाई दर 3.85 प्रतिशत रही थी। चालू वित्त वर्ष के पहले सात महीने में अप्रैल से अक्तूबर के बीच थोक महंगाई की औसत दर 2.03 प्रतिशत रही है। पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह 3.53 प्रतिशत रही थी। आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल अक्तूबर की तुलना में इस साल अक्तूबर में प्याज के दाम 127.04 प्रतिशत बढ़े। सब्जियों की महंगाई दर 36.61 प्रतिशत, अंडे, मांस तथा मछलियों की 5.76 प्रतिशत, चीनी की 5.08 प्रतिशत, फलों की 3.96 प्रतिशत और दूध की 3.86 प्रतिशत रही। अक्तूबर में धान 3.10 प्रतिशत महंगा हुआ। वहीं, अन्य खाद्य पदार्थों में एक साल पहले की तुलना में आलू 44.29 प्रतिशत, दालों 31.05 प्रतिशत, गेहूं 1.99 प्रतिशत और मोटे अनाज 0.07 प्रतिशत सस्ते हुए हैं। खाद्य पदार्थों की औसत महंगाई दर 4.30 प्रतिशत दर्ज की गई। इंधन वर्ग की थोक महंगाई दर 10.52 प्रतिशत रही। इस वर्ग में रसोई गैस 26.53 फीसदी, डीजल 15.43 फीसदी और पेट्रोल 12.87 फीसदी महंगा हुआ है। विनिर्मित वस्तुओं की औसत महंगाई दर 2.62 प्रतिशत रही। बेसिक धातुओं के दाम 10.66 प्रतिशत, कागज तथा इससे बने उत्पादों के 5.93 प्रतिशत, तंबाकू उत्पादों के 5.90 प्रतिशत और परिधानों के दाम 4.58 प्रतिशत बढ़े हैं। इससे पहले सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, अक्तूबर में खुदरा महंगाई दर भी बढ़कर छह महीने के उच्चतम स्तर 3.58 प्रतिशत पर पहुंच गई थी। बेसिक धातुओं के दाम 10.66 प्रतिशत, कागज तथा इससे बने उत्पादों के 5.93 प्रतिशत, तंबाकू उत्पादों के 5.90 प्रतिशत और परिधानों के दाम 4.58 प्रतिशत बढ़े हैं।


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