हमीरपुर में बच्चों की हड्डियां कमजोर

By: Nov 17th, 2017 12:10 am

हमीरपुर  —  हमीरपुर में बच्चों को अस्थि रोग ने जकड़ लिया है। क्षेत्रीय अस्पताल में बच्चों के पैर व कंधे अंदर की ओर मुड़े होने के केस सामने आ रहे हैं। क्षेत्रीय अस्पताल के अस्थि रोग विशेषज्ञ एवं एसएमओ डा. रमेश चौहान ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि जन्म के बाद बच्चों में उभर रहे इस रोग को मेडिकल लाइन में सीटीईवी और ईआरबीएस पल्सी कहा जाता है। डा. चौहान ने बताया कि आमतौर पर सीटीईवी का यह रोग दस हजार में से एक बच्चे में पाया जाता है, लेकिन क्षेत्रीय अस्पताल में हर साल 12 से 15 ऐसे केस सामने आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि इन रोगों से ग्रसित बच्चों को सर्जरी व प्लास्टर की तकनीक से ठीक किया जाता है। इसके अलावा कुछ केसों में पैदायशी बच्चों के मुड़े हुए पैरों को ठीक करने के लिए उन्हें खास किस्म के जूते तीन साल तक पहना पड़ते हैं। इसके पूरी तरह से ठीक होने तक बच्चे की काफी देखभाल करनी पड़ती है। अस्पताल में रोजाना हड्डियों के विभिन्न रोगों से ग्रसित 200 से 250 मरीज ओर्थो ओपीडी में पहुंच रहे हैं। इसके अलावा 50 से ज्यादा मरीज जनरल व आपातकालीन ओपीडी में भी उपचार करवाते हैं। इनमें से कई मांस पेशियों में खिंचाव वाले हैं, तो कुछ रोड़ एक्सीडेंट व फ्रैक्चर से पीडि़त है।


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