हमीरपुर मेडिकल कालेज की हर व्यवस्था में खामी

By: Nov 22nd, 2017 12:01 am

 हमीरपुर — विस चुनावों में सबसे बड़ा मुद्दा बने हमीरपुर मेडिकल कालेज की तैयारियों को जांचने के लिए मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) ने औचक दबिश दी है। मंगलवार तड़के बिना सूचना के पहुंची एमसीआई की टीम ने एक बार फिर मेडिकल कालेज के प्रबंधों पर लताड़ लगाई है। एमसीआई की टीम को एक साल बाद भी नापर्याप्त आधारभूत ढांचा मिला है और न ही डाक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ। इस कारण निराश टीम ने आधे-अधूरे प्रबंधों पर निराशा जताई है। रोचक है कि मेडिकल कालेज हमीरपुर के प्रिंसीपल  डा. अनिल चौहान एक मीटिंग के सिलसिले में दिल्ली के लिए रवाना हो चुके थे। इसी बीच एमसीआई की टीम हमीरपुर पहुंच गई। प्रिंसीपल ने दूरभाष पर अपनी वापसी का आग्रह किया, लेकिन टीम ने तैयारियों का हवाला देते हुए कहा कि किसी के आने की ज्यादा जरूरत नहीं है। मौके पर तैयारियों का सारा खाका तैयार कर रहे हैं। इससे पहले एमसीआई की टीम 21 दिसंबर, 2016 को मेडिकल कालेज की तैयारियों का जायजा लेने आई थी। उस दौरान टीम ने एक महीने का नोटिस देते हुए कहा था कि जनवरी तक सारी खामियां दूर कर जरूरी डाक्टर-पैरामेडिकल स्टाफ और आधारभूत ढांचा तैयार कर लिया जाए। अब 11 महीने बाद दोबारा प्रबंधों को देखने आई टीम को मौके पर स्थिति एक साल पुरानी जैसी दिखी है। हालांकि प्रशासन ने एक माह बाद सभी तैयारियां पूरी करने का दोवारा दावा पेश किया है। बहरहाल हमीरपुर में प्रस्तावित मेडिकल कालेज के लिए मेडिकल कौंसिल ऑफ  इंडिया की टीम ने क्षेत्रीय अस्पताल का दौरा किया। जिला में प्रस्तावित मेडिकल कालेज को लेकर तीन सदस्यों की यह टीम दो दिनों के निरीक्षण पर हमीरपुर पहुंची है। एमसीआई की इस तीन सदस्यीय टीम में आईजीएमसी नागपुर (महाराष्ट्र) के डीन एवं प्रो. (एनाटोमी विभाग) डा. एमपी प्रचंड, महामाया राजकीय एलोपैथी मेडिकल कालेज फैजाबाद (यूपी) के प्रोफेसर सर्जरी एंव जनरल सर्जरी के डा. सत्याजीत वर्मा और कोपाल इंस्टीच्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज कर्नाटक  के प्रोफेसर एवं एचओडी (कम्युनिनटी मेडिसन) डा. युवराज वीवाई शामिल रहे। टीम ने पहले दिन क्षेत्रीय अस्पताल का निरीक्षण कर रिपोर्ट तैयार की है। इस दौरान एमसीआई की टीम ने अस्पताल में बन रहे 50 बेड के नए वार्ड्स, नए आईसीसीयू व माइनर ओटी का निरीक्षण किया। इसके अलावा अस्पताल में सफाई व्यवस्था, आपातकालीन कक्ष में मरीजों को मिलने वाली सुविधा, मार्गदर्शक पट्टिकाएं, अस्पताल में मरीजों को पैदल चलने की सुविधाएं, अस्पताल के गायनी वार्ड में गर्भवती महिलाओं को मिलने वाली सुविधाएं, सभी ओपीडीए वार्डो, काउंटरों, दवाई की दुकानों, लैब व आपरेशन थिएटर सहित अस्पताल की अन्य तमाम सुविधाओं का निरीक्षण भी किया गया। टीम ने आपरेशन थिएटर व वार्डों सहित दूसरे ब्लॉकों की वीडियोग्राफी भी की है।  गौर हो कि  मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के निर्धारित मांपदंडों के अनुसार मेडिकल कालेज के लिए चिकित्सकों सहित 750 कर्मचारी-अधिकारियों का पैरामेडिकल स्टाफ होना जरूरी है। आरंभिक दौर में 80 चिकित्सकों सहित 450 पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती लाजिमी थी। मौके पर मेडिकल कालेज के लिए भर्ती किए गए चिकित्सकों में सिर्फ चार को ही हमीरपुर में तैनात किया गया है। इसके अलावा प्रिंसीपल तथा चार अन्य कर्मचारी अभी तक नियुक्त हुए हैं।


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