चीन से स्वतंत्रता नहीं तिब्बत को विकास चाहिए

By: Nov 24th, 2017 12:05 am

कोलकाता — तिब्बत के आध्यात्मिक नेता दलाई लामा ने गुरुवार को कहा कि तिब्बत चीन से स्वतंत्रता नहीं चाहता, बल्कि ज्यादा विकास चाहता है। दलाई लामा ने कहा कि चीन और तिब्बत के बीच करीबी संबंध रहे हैं। हालांकि कभी-कभार उनके बीच संघर्ष भी हुआ है। उन्होंने इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा आयोजित संवाद सत्र में ये बातें कहीं। दलाई लामा ने कहा कि अतीत गुजर चुका है। हमें भविष्य पर ध्यान देना होगा। तिब्बती चीन के साथ रहना चाहते हैं। हम स्वतंत्रता नहीं मांग रहे हैं। हम चीन के साथ रहना चाहते हैं। हम और विकास चाहते हैं। चीन को तिब्बती संस्कृति और विरासत का अवश्य सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि तिब्बत की अलग संस्कृति और एक अलग लिपि है। चीनी जनता अपने देश को प्रेम करती है। हम अपने देश को प्रेम करते हैं। तिब्बतियों के धर्मगुरु ने कहा कि कोई भी चीनी इस बात को नहीं समझता है कि पिछले कुछ दशकों में क्या हुआ है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सालों में देश बदला है। चीन के दुनिया के साथ शामिल होने के मद्देनजर इसमें पहले की तुलना में 40 से 50 फीसदी बदलाव हुआ है। गौरतलब है कि भारत ने दलाई लामा को शरण दे रखी है, जिसका चीन विरोध करता रहा है। दलाई लामा हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में रह रहे हैं।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App