उत्तराखंड पहुंचा पांवटा का नौ हजार क्विंटल गन्ना

By: Dec 9th, 2017 12:01 am

डोइयोवाला शुगर मिल में किसानों ने बेची 30 लाख रुपए की फसल

पांवटा साहिब— गन्ने की पैदावार के लिए प्रदेश में मशहूर पांवटा दून से गन्ना अब उत्तराखंड राज्य की शुगर मिल में जाने लगा है। पांवटा साहिब से अभी तक एक माह में करीब नौ हजार क्विंटल गन्ना डोइयोवाला शुगर मिल में पहुंच चुका है। यह गन्ना स्थानीय गन्ना उत्पादक सोसायटी के माध्यम से भेजा जा रहा है। इस बार गन्ना उत्पादकों को प्रति क्विंटल दाम लगभग 316 रुपए तक मिल रहे हैं, जो पिछले वर्ष के मुकाबले 10 रुपए अधिक है। इस हिसाब से मात्र एक सप्ताह में ही पांवटा के किसानों ने शुगर मिल को करीब 30 लाख रुपए का गन्ना बेच दिया है। इस बार पांवटा में करीब 1500 हेक्टेयर क्षेत्रफल में गन्ने की खेती हुई है। हालांकि बरसात के दौरान कुछ फसल खराब भी हुई थी, जिसे किसानों ने उखाड़ दिया था। पिछले साल के मुकाबले गन्ने की खेती क्षेत्रफल के हिसाब से बढ़ी है। गत वर्ष करीब 516 हेक्टेयर में गन्ने की खेती हुई थी। हालांकि दिसंबर तक उत्पादकों ने स्थानीय गुड़ की चरखियों में अपना गन्ना बेचा है।  पिछले साल के आंकड़े देखें, तो पांवटा में कुल 600 हेक्टेयर से अधिक भूमि में करीब पौने चार लाख क्विंटल से अधिक गन्ने का उत्पादन हुआ था, जिसमें से स्थानीय गुड़ बनाने की चरखियों में ज्यादातर गन्ना यानी दो लाख 96 हजार क्विंटल गन्ने की खपत हुई। इस बार शुरुआती दौर में ही दोनों कांटों से अभी तक करीब नौ हजार क्विंटल गन्ना डोइयोवाला मिल में पहुंच चुका है। हिमाचल किसान सभा के जिला सचिव गुरविंद्र सिंह ने बताया कि इस बार किसानों ने गन्ने की कम फसल लगाई है। ज्यादातर फसल गुड़ बनाने वाले क्रशरों में बेची गई है। अब बची हुई फसल उत्तराखंड की मिल में भेजी जा रही है। उधर, इस बारे दि पांवटा वैली शुगर केन गोवर्स को-आपरेटिव सोसायटी पांवटा साहिब के सचिव नेक राम ने बताया कि अभी तक उनकी सोसायटी से एक सप्ताह में करीब चार हजार क्विंटल गन्ना मिल में भेजा जा चुका है। वहीं गिरिपार के खोड़ोवाला स्थित शकुंभरा शुगर केन गोवर्स सोसायटी के सचिव दलीप सिंह ने बताया कि उनकी सोसायटी के माध्यम से अभी तक करीब पांच हजार क्विंटल गन्ना मिल में जा चका है। उनकी सोसायटी से 27 नवंबर से ही गन्ना मिल में जाना शुरू हो गया था।

पांवटा में होती मिल तो बन जाती बात

पांवटा के किसान कहते हैं कि यदि पांवटा में सरकार शुगर मिल खोल दे, तो दून क्षेत्र में गन्ने की खेती को ओर बल मिल सकता है। कई किसान बाहरी राज्यों में अपनी फसल बेचने के झंझट में इस खेती से मुंह ही मोड़ चुके हैं। इसलिए सरकार को चाहिए कि पांवटा में जल्द से जल्द एक शुगर मिल की स्थापना करें। वहीं जानकार बताते हैं कि निवर्तमान विधायक ने इस दिशा में एक बार प्रयास भी किए थे, लेकिन सर्वे के बाद वह सिरे नहीं चढ़ पाए।


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