चारा घोटाले में लालू दोषी करार

By: Dec 24th, 2017 12:06 am

रांची— 21 साल पुराने चारा घोटाले के एक मामले में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को शनिवार को रांची की सीबीआई स्पेशल कोर्ट ने दोषी करार दिया है। कोर्ट तीन जनवरी को सजा सुनाएगी। दोषी ठहराए जाने के बाद पुलिस लालू यादव को हिरासत में लेकर रांची की बिरसा मुंडा जेल पहुंच चुकी है। सजा सुनाए जाने तक वह जेल में रहेंगे। घोटाले में लालू प्रसाद यादव के साथ 14 अन्य आरोपियों को भी दोषी करार दिया। हालांकि कोर्ट ने 22 आरोपियों में से पूर्व सीएम जगन्नाथ मिश्र समेत सात लोगों को बरी कर दिया है। दोषी करार दिए जाने के बाद राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने कहा कि मरते दम तक वह सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ते रहेंगे। श्री यादव ने एक के बाद कई ट््वीट कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए लिखा कि धूर्त भाजपा अपनी जुमलेबाजी एवं कारगुजारियों को छिपाने और वोट प्राप्त करने के लिए विपक्षियों का सार्वजनिक छवि बिगाड़ने के लिए राजनीति में अनैतिक और द्वेष की भावना से ग्रस्त गंदा खेल खेलती है। झूठे जुमले बुनने वालों सच अपनी जिद पर खड़ा है। धर्मयुद्ध में लालू अकेला नहीं, पूरा बिहार साथ खड़ा है। राजद अध्यक्ष ने चिर परिचित अंदाज में कहा कि ऐ सुनो कान खोल कर, आप इस गुदड़ी के लाल को परेशान कर सकते हों, पराजित नहीं। एक अन्य ट््वीट में उन्होंने सामंतवादी ताकतों को चुनौती देते हुए कहा कि सामंतीवादी ताकतों, जानता हूं, लालू तुम्हारी राहों का कांटा नहीं, आंखों की कील है, पर इतनी आसानी से नहीं उखाड़ पाओगे, न जोर चलेगा लाठी का, लालू लाल है माटी का। श्री यादव ने कविताई अंदाज में कहा कि साथ हर बिहारी है, अकेला सब पर भारी है। सच की रक्षा करने को लालू का संघर्ष जारी है। मरते दम तक सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ता रहूंगा। जगदेव बाबू ने गोली खाई, हम जेल जाते रहते है, लेकिन मैं झुकूंगा नहीं। लड़ते-लड़ते मर जाऊंगा, लेकिन मनुवादियों को हराऊंगा। आगे ऐसा रास्ता, नया साल भी जेल में ः एडवोकेट राजेश कुमार के मुताबिक लालू प्रसाद यादव को तीन साल से कम या तीन साल की सजा हुई तो उन्हें रांची की सीबीआई कोर्ट जमानत दे सकती है। अगर सजा तीन साल से ज्यादा होती है तो उन्हें हाई कोर्ट जाना पड़ सकता है। बता दें कि कोर्ट की शनिवार से छुट्टी शुरू हो रही हैं। अब तीन जनवरी को कोर्ट खुलेगा यानी उनका नया साल जेल में ही मनेगा। ऐसा था मामला : चारा घोटाले में 950 करोड़ रुपए के हेर-फेर का आरोप है। लालू पर चारा घोटाले के सात केस दर्ज हैं। सीबीआई ने इस मामले में देवघर कोषागार से फर्जी बिल बना कर राशि की निकासी करने का आरोप लगाया था। आपूर्तिकर्ताओं पर बिना सामान की आपूर्ति किए बिल देने और विभाग के अधिकारियों पर बिना जांच किए उसे पास करने का आरोप है। लालू प्रसाद पर गड़बड़ी की जानकारी होने के बाद भी इस पर रोक नहीं लगाने का आरोप है। वहीं, इससे पहले चाईबासा कोषागार से गलत तरीके से पैसा निकालने के मामले में लालू यादव को सजा सुनाई जा चुकी है, इस केस में फिलहाल वह जमानत पर हैं।


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