पुरानी फसल का मुआवजा मिला नहीं …नई का करवाओ बीमा

By: Dec 5th, 2017 12:05 am

घुमारवीं — बिलासपुर जिला में किसानों को एक ओर अभी पिछले साल 2016 की गेहूं की फसल का मुआवजा नहीं मिल पाया है, लेकिन दूसरी ओर सरकार तथा कृषि विभाग के अधिकारी किसानों से गेहूं की फसल का बीमा करवाने का आग्रह कर रहे हैं। जिला के किसानों को एक वर्ष बीत जाने के बाद भी पिछले वर्ष फसल बीमा योजना के तहत किए बीमे का मुआवजा अभी तक लटका हुआ है। इससे किसानों में सरकार एवं विभाग के सुस्त रवैये के प्रति हताश व निराश हैं। किसानों में शामिल रणजीत, होशियार सिंह, मनोज, गंगा राम व बालक राम सहित अन्यों का कहना है कि इस योजना के प्रति विभाग व सरकार के सुस्त रवैये के कारण अभी तक 2016 की गेहूं की फसल का बीमा अटका हुआ है। किसानों को मरहम तौर पर केवल कोरे आश्वासन ही मिलते हैं। इसके सिवाए कुछ नहीं मिला है। यही कारण है कि आज तक किसानोें को फसल बीमा योजना के तहत मिलने वाली राशि नहीं मिल पाई है। अगर यही हाल रहा तो लोग इस तरह की योजनाओं में किसान रुचि कम ही दिखाएंगे। गौरतलब है कि वर्ष 2016 नवंबर में किसान गेहूं की बिजाई कर रहे थे, तो उस समय कृषि विभाग के सौजन्य से किसानों को अवगत करवाया गया कि गेहूं की फसल का सरकार द्वारा ओरियंटल इंश्योरेंस कंपनी से बीमा करवाया जाएगा। इसके एवज में किसानों को फसल के नुकसान पर उचित मुआवजा दिया जाएगा। उस समय कृषि विभाग के अधिकारियों ने पंचायतों व घर-घर जाकर किसानों को शिविरों के माध्यम से फसलों का बीमा करवाने के लिए भी प्रेरित किया। इसके तहत किसानों ने वर्ष 2016 में गेहूं की फसल का बीमा करवा दिया। लेकिन, उसका मुआवजा अभी तक नहीं मिल पाया है। उधर, किसानों को अब इस वर्ष भी गेहूं की फसल के लिए बीमा करवाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। किसानों का कहना है कि पिछले वर्ष जब गेहूं फसल पर भरपूर दाना अर्थात फसल पूरी तरह पकने वाली थी, तो अचानक एक दिन अपेक्षा से अधिक ओला वृष्टि हुई। इससे किसानों की गेहूं की फसल बुरी तरह से बर्बाद हो गई। उस समय कृषि विभाग के अधिकारियों व ओरियंटल बीमा इंश्योरेंस कंपनी के अधिकारी ने मिल कर स्पाट सर्वे भी किया था। इस ओलावृष्टि के कारण क्षेत्र में गेहूं की फसल बर्बाद हो गई थी। किसानों का कहना है कि उन्हें गेहूं की फसल बर्बाद हुई का मुआवजा आज तक नहीं मिला। किसानों का कहना है कि उन्हें अभी तक पिछले वर्ष का मुआवजा नहीं मिल पाया है, कि अब नई फसल का बीमा करवाने को कहा जा रहा है। किसानों का कहना है कि अभी तक पिछले दो माह से जिला में बारिश न होने के कारण सूखे की स्थिति बनती जा रही है। इससे किसानों को अभी तक सूखे की चिंता सताने लग गई है। समय पर यदि बारिश न हुई, तो यह स्थिति और अधिक विकराल हो सकती है। किसानों का कहना है कि पहले विभाग पिछले वर्ष का मुआवजा दे। तभी वह इस बार अपनी फसल का बीमा करवा पाएंगे। उन्होंने विभाग के अधिकारियों से इस मामले पर शीघ्र उचित कार्रवाई करने की मांग की है। विदित रहे कि जिला बिलासपुर के किसानों की गेहूं मुख्य फसल है। जिला में 27 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में किसान गेहूं की बिजाई करता है। इस दौरान प्राकृतिक आपदा सहित मौसम की बेरुखी के कारण किसानों की फसल बर्बाद हो जाती है। इससे किसानों को काफी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है। किसानों को राहत देने के लिए सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना शुरू कर रखी है। इसके तहत संबंधित कंपनियां किसानों की फसलों का बीमा कर रही है। यदि बीमित फसल को नुकसान हो जाए, तो संबंधित कंपनी किसानों को मुआवजा राशि जारी करती है।

घुमारवीं के किसानों को नहीं मिलेगा बीमा

किसानों की वर्ष 2016 में गेहूं की फसल के नुकसान का मुआवजा घुमारवीं ब्लॉक के किसानों को नहीं मिलेगा। जबकि जिला के अन्य तीनों खंडों में किसानों को गेहूं की फसल के बीमे का मुआवजा दिया जाएगा। सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक ही किसानों की बीमे की राशि का मुआवजा दिया जाएगा।


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