यमुनानगर में किसानों को टिप्स
कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों ने समझाए जैविक खेती के तरीके
यमुनानगर— चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के स्थानीय कृषि विज्ञान केंद्र दामला द्वारा केंद्र परिसर में विश्व मृदा दिवस का आयोजन किया गया। इस मृदा दिवस पर यमुनानगर के विधायक घनश्याम दास अरोड़ा ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। उन्होंने मृदा दिवस समारोह में अनुरोध किया कि खेती में कम लागत व अधिक उत्पादन के लिए कृषि वैज्ञानिक की सलाह पर खेती करें और कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा समय-समय पर अधिक उत्पादन प्राप्त करने व फसलों को बीमारियों से बचाने के लिए अभियान चलाकर किसानों को जागरूक भी किया जाता है, इसलिए हमें कृषि विज्ञान द्वारा बताई गई उन्नत किस्म की तकनीकों का लाभ उठाना चाहिए। उन्होंने कहा कि खेती में प्रयोग होने वाले बीज, दवाई या खाद का प्रयोग कृषि वैज्ञानिकों की सलाह लेकर ही करें। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार व केंद्र सरकार भूमि की उपजाऊ शक्ति को लेकर बहुत गंभीरता से कार्य कर रही है, इसलिए मृदा स्वास्थ्य कार्ड पर जोर दिया जा रहा है। केंद्र के वरिष्ठ मृदा वैज्ञानिक डा. नरेंद्र गोयल ने कहा कि एफएओ द्वारा वर्ष 2013 में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भूमि की गिरती उपजाऊ शक्ति पर ध्यान दिया गया और वर्ष 2015 से सभी देशों द्वारा पांच दिसंबर को गहन चिंतन किया जाता है। इस अवसर पर डा. रणवीर टाया व अन्य डा. अनिल कुमार, डा. संदीप रावल, डा. बजरंग वैज्ञानिक ने भी किसानों को फसल संबंधी जानकारी दी। इस मौके पर गांव बकाना, रादौरी,चमरौड़ी, बुबका, बहादुरपुर, कलावड, फलेहपुर, साबापुर, तपडापुर, बरेडी के 600 किसानों ने वैज्ञानिकों से चर्चा की। किसानों को तरह-तरह की जानकारियां हींत इंसवद दमकम कप है।
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