400 मीटर दौड़ में छाए मंडी के खिलाड़ी

By: Dec 3rd, 2017 12:07 am

पड्डल में दिव्यांगों की राज्य स्तरीय खेलें शुरू, 300 खिलाड़ी दिखा रहे दमखम

मंडी – दो दिवसीय 10वीं राज्य स्तरीय विशेष बच्चों की खेलें शनिवार को पड्डल मैदान में शुरू हो गईं। प्रतियोगिता में दस जिलों के करीब 300 खिलाड़ी भाग ले रहे हैं, जो एथलेटिक्स, बौची, लंबी कूद, स्कीपिंग रोप, सॉफ्टबाल, बैडमिंटन व सहायक स्पर्धाओं में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। प्रतियोगिता के पहले दिन 400 मीटर दौड़ में लड़कियों के 18 से 37 आयु वर्ग स्पर्धा में मंडी की अंजलि ने प्रथम स्थान हासिल किया। मंडी की ही सिमरू द्वित्तीय व सोलन की मेघा तृतीय स्थान पर रही। लड़कों में कांगड़ा के सोनू प्रथम, मंडी के अभिषेक द्वितीय व सोलन के अभिनाश तृतीय स्थान पर रहे। वहीं 400 मीटर एमआर 18 से 35 लड़कों के वर्ग में बिलासपुर के आयुष प्रथम, मनोज द्वितीय  व संजय तीसरे स्थान पर रहे। लड़कियों में मंडी की निर्मला प्रथम, बिलासपुर की शिवानी द्वितीय व उषा तीसरे स्थान पर रही। 400 मीटर पीएच 18 से 35 लड़कों के वर्ग में हमीरपुर के सुरजीत प्रथम, विशाल द्वितीय व सिरमौर के अमन ने तीसरे स्थान पर रहे। रस्सीकूद में वीआई 13-17 लड़कियों में अंजलि प्रथम, किरण द्वितीय व कुल्लू की संजना तीसरे स्थान पर रही। लड़कों में कुल्लू के अभिनाश प्रथम, राजकुमार द्वितीय व शिमला के सतीश तीसरे स्थान पर रहे। स्पर्धा का समापन रविवार को होगा। इस दौरान युवा सेवाएं एवं खेल विभाग के प्रधान सचिव ओंकार शर्मा विजेता खिलाडि़यों सम्मानित करेंगे।

ट्रैक पर गिरी दिव्यांग बाजार से मंगवाया पानी

मंडी— पड्डल मैदान मंडी में खेली जा रही दो दिवसीय दिव्यागों की खेलों में अव्यवस्था आलम रहा। स्पर्धा के दौरान स्वास्थ्य सुविधा की पोल खुल गई, जब 400 मीटर दौड़ के दौरान एक लड़की अचानक मैदान में गिर गई। लड़की मैदान पर करीब 15 मिनट करहाती रही, लेकिन उसे मेडिकल सुविधा मिल पाई और न ही समय पर पानी। मैदान में 400 मीटर दौड़ के लिए पांच दिव्यांग लड़कियां दौड़ीं। अचानक कुल्लू की वंदना दौड़ के मध्य में दर्द के कारण मैदान में ही गिर गई। कोच ने उसे टै्रक से उठाया और पानी पिलाने को कहा, लेकिन वहां पानी की कोई व्यवस्था नहीं थी। कोच ने बाजार से पानी मांगवाया। जैसे ही खेल अधिकारियों को इसकी सूचना मिली तो खेल विभाग ने पड्डल मैदान में पानी व मेडिकल टीम की व्यवस्था की, वहीं खिलाडि़यों के लिए उचित खान-पान की व्यवस्था न होने से परिजनों व खिलाडि़यों ने नाराजगी जाहिर की है। परिजनों का कहना है कि विभाग द्वारा ब्रेकफास्ट व दोपहर को जो भोजन करवाया गया, वह बहुत की निम्न स्तर का था। दिव्यांग संस्था अध्यक्ष हेमलता पठानिया का कहना है कि विभाग प्रतियोगिता के दौरान खिलाडि़यों को बेहतर प्रबंधन में नाकाम रहा है। वहीं प्रदेश युवा सेवाएं एवं खेल विभाग की अतिरिक्त निदेशक सुमन रावत का कहना है कि राज्य स्तरीय स्पर्धा में खिलाडि़यों की व्यवस्था के लिए बेहतर प्रबंध किए हैं। दौड़ के दौरान अचानक गिरने वाले खिलाड़ी को तुरंत पानी नहीं दिया जाता। प्रतियोगिता के बेहतर संचालन के लिए विभाग द्वारा बेहतर प्रबंध किए गए हैं। शिकायत मिलने के उपरांत उचित व्यवस्था के निर्देश दिए गए हैं।

खेलों में हुनर दिखाएगी सुरों की रानी पायल

मंडी — ‘दिव्य हिमाचल’ का तराशा हीरा व सुरों की रानी कुल्लू जिला की पायल ठाकुर अब हवा से भी बातें करने में आगे बढ़ गई हैं। आंखों की रोशनी न होने के बावजूद पायल ठाकुर ने खेल की दुनिया में शानदार प्रदर्शन करके सिद्ध कर दिया है कि अगर हौसले बुलंद हों तो परिस्थितियों और कठिनाइयां आसानी से हल हो जाती हैं। ‘दिव्य हिमाचल मीडिया ग्रुप’ के लोकप्रिय इवेंट ‘हिमाचल की आवाज’ की विजेता कुल्लू की पायल ठाकुर राज्य स्तरीय दिव्यांग स्पर्धा में भाग लेने पहुंची हैं। पायल ने जिला स्तरीय दिव्यांग खेलों में स्किपिंग दौड़ में प्रथम स्थान प्राप्त कर राज्य स्तरीय टीम के लिए चयनित हुई थीं। आंखों की रोशनी न होने के बावजूद पायल ठाकुर प्रतिभा की धनी हैं। पायल के पिता पेशे से ऑटो चालक हैं। संगीत के साथ पायल की खेलों में भाग लेने की चाह थी, जिसे नेशनल एसोसिएशन फॉर दि ब्लाइंड एचपी कुल्लू ने पूरा किया। एसोसिएशन ने 2016 में राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में पायल को स्विपिंग के लिए चुना, जहां उसने कुल्लू के लिए स्वर्ण पदक हासिल किया। इतना ही नहीं विधानसभा चुनाव 2017 में कुल्लू जिला में पायल को चुनाव आयोग ने मतदान जागरुकता के लिए स्टार प्रचारक भी रही हैं।


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