केंद्र से मांगेंगे हिमाचल रेजिमेंट

By: Jan 30th, 2018 12:03 am

मंडी – आईपीएच एवं बागबानी की महत्त्वाकांक्षी योजानाओं को धरातल पर लागू करने के लिए पूर्व सैनिकों की सेवाएं ली जाएंगी। इसके लिए केंद्र से हजारों करोड़ की योजनाएं मंजूर हुई हैं। आईपीएच, बागबानी एवं सैनिक कल्याण मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने सोमवार को मंडी के भीमाकाली मंदिर परिसर में एक्स सर्विस मैन लीग के सैनिक सम्मेलन की अध्यक्षता की। इस अवसर पर उन्होंने  कहा कि आज देश के हर नौजवान के लिए आर्मी ट्रेनिंग अनिवार्य होनी चाहिए। जैसे  कुछ देशों में यह अनिवार्य की गई है। उन्होंने कहा कि आज हम देश के भीतर सुख चैन से जीवन गुजार रहे हैं, यह सब सीमा पर दिन-रात पहरा दे रहे हमारे नौजवानों की वजह से है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पद्भार ग्रहण करने के बाद प्रधानमंत्री से शिष्टाचार भेंट की और आईपीएच के लिए तीन हजार करोड़ और बागबानी के लिए 1134 करोड़ की योजना मंजूर करवा ली है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में इन योजनाओं को लागू करने के लिए अब पूर्व सैनिकों का सहयोग लिया जाएगा। इसके लिए पूर्व सैनिक लीग के साथ बैठकर रणनीति तैयार की जाएगी। इसमें वर्षा जल संग्रहण और उसके उपयोग और बागबानी को लेकर रूपरेखा तैयार की जाएगी। उन्होंने कहा कि हिमाचल वीरता और बलिदान के लिहाज से देश में नंबर वन है। इसलिए सेना में भर्ती कोटे में वृद्धि और हिमाचल रेजिमेंट के गठन का मामला मुख्यमंत्री के ध्यान में लाया जाएगा और उनके माध्यम से केंद्रीय नेताओं के समक्ष यह उठाया जाएगा। इससे पूर्व कर्नल शाही ओर ब्रिगेडियर खुशहाल ठाकुर ने पूर्व सैनिकों की मांगों को समक्ष उठाया। ब्रिगेडियर खुशहाल ने कहा कि हिमाचल ने कारगिल युद्ध में 52 रणबांकुरे खोए हैं, जिनमें से 12 अकेले मंडी जिला से थे। इस अवसर पर विधायक जवाहर ठाकुर, प्रकाश राणा, उपायुक्त ऋ ग्वेद ठाकुर और वहीं इस अवसर पर कर्नल साही अध्यक्ष जोगिंद्रनगर सैनिक लीग, जिला सचिव सूबेदार बहादुर सिंह, प्रेस सचिव कैप्टन हेत राम शर्मा उपस्थित रहे।


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