रूसा में सुधार नहीं, वार्षिक प्रणाली चाहिए

By: Jan 30th, 2018 12:16 am

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद प्रदेश सरकार को याद दिलाएगी अपना चुनावी वादा, चुनावी दृष्टि पत्र में शामिल था बदलाव

शिमला  – राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा प्रणाली यानी रूसा को लेकर प्रदेश के युवाओं से किए गए वादे को अब छात्र प्रदेश सरकार को याद दिलाएंगे। प्रदेश सरकार जहां  रूसा में बदलाव न कर इसमें सुधार पर मंथन करने की बात कर रही है, वहीं दूसरी ओर छात्र संगठन इस प्रणाली में बदलाव की मांग पर ही अडे़ हैं। ऐसे में अब अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद सरकार को उनका चुनावी वादा पूरा करने की याद दिलवाएगी। छात्र संगठन का दो टूक कहना है कि रूसा में बदलाव कोई विकल्प नहीं है और इसके तहत यूजी में लागू की गई सेमेस्टर प्रणाली को सरकार को रोल बैक  करना ही होगा। छात्र इस मांग पर चुनावों से पहले और अब चुनावों के बाद भी अडे़ हैं कि रूसा की सेमेस्टर प्रणाली को समाप्त कर इसमें वार्षिक प्रणाली को ही लागू किया जाए। प्रदेश में वर्ष 2013 से जब से रूसा लागू किया गया, तब से ही छात्र इसका विरोध प्रदेश भर में करते आ रहे हैं। छात्रों की मांग थी कि  इस प्रणाली को प्रदेश से हटाया जाए और इस मांग को समर्थन भाजपा की सरकार ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में रूसा को एजेंडा बना कर दे दिया। भाजपा ने अपने दृष्टि पत्र में प्रदेश में भाजपा की सरकार आने पर रूसा में लागू सेमेस्टर प्रणाली को हटा कर इसे पुराने सिस्टम यानी वार्षिक आधार पर लागू करने का वादा प्रदेश के हजारों युवाओं से किया। अब प्रदेश मे भाजपा की सरकार बनने के बाद  इस प्रणाली में सेमेस्टर को हटा कर वार्षिक आधार पर लागू करने की बात न करके भाजपा इस प्रणाली में सुधार पर मंथन करने की बात लगातार कहती आ रही है। ऐसे में अब छात्रों ने भी अपना मत स्पष्ट कर दिया है कि वे प्रणाली में किसी तरह का सुधार नहीं, बल्कि इसमें बदलाव चाहते हैं। यह मांग भी छात्र संगठनों की ओर से की जा रही है। मामले पर एबीवीपी अब मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री के समक्ष भी जा रही है।

प्रदेश में सेमेस्टर सिस्टम सफल नहीं

एबीवीपी की प्रांत मंत्री हेमा ठाकुर ने कहा है कि एबीवीपी पहले से ही छात्र हित में रूसा में लागू सेमेस्टर सिस्टम को रोल बैक करने की मांग करती आ रही है और आज भी एबीवीपी इसी मांग पर टिकी हुई है। सेमेस्टर प्रणाली प्रदेश में सफल नहीं है और इसकी वजह से छात्रों को परेशानी हो रही है।

बिना आर्डिनेंस के ही चल रही प्रणाली

रूसा के तहत प्रदेश में यूजी स्तर पर सीबीसीएस यानी च्वांइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम लागू किया गया है। इसके तहत छह माह का एक सेमेस्टर रखा गया है और छात्रों को डिग्री के्रडिट आधार पर दी जा रही है। वर्ष 2013 से अब तक बिना आर्डिनेंस के ही प्रणाली प्रदेश में चल रही है और अब इसमें इस प्रणाली में परिवर्तन कर इसे वार्षिक आधार पर लागू करने पर स्थिति असमंजस भरी है।


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