स्वास्थ्य केंद्रों में करवाएं जन्म-मृत्यु का पंजीकरण

By: Jan 11th, 2018 12:02 am

यमुनानगर — हरियाणा राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में जन्म-मृत्यु पंजीकरण पत्र का कार्य प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों में किया जाता है। गांववासियों को जन्म-मृत्यु पंजीकरण प्रमाण पत्र के लिए पुलिस थानों में जाने की आवश्यकता नहीं है। उन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के माध्यम से ही इसके प्रमाण पत्र उपलब्ध होते हैं। जन्म-मृत्यु पंजीकरण के फार्म आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सरपंचों व बहुउद्देश्यीय स्वास्थ्य कार्यकताओं के पास पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं, जो 21 दिन की अवधि में पूर्ण रूप से भर कर जमा करवाए जा सकते हैं। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सक को राज्य सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्र हेतु जन्म-मृत्यु पंजीकरण का रजिस्ट्रार घोषित किया गया है, जो प्रमाण पत्र बनाकर एएनएम या बहुउद्देश्यीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता को देते हैं, जिन्हें आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के माध्यम से परिवार तक पहुंचाया जाता है। जन्म पंजीकरण दर करीब 75 प्रतिशत पर ही स्थिर थी और ग्रामीण जनता चौकीदार को ही जन्म-मृत्यु की घटना की सूचना देकर अपने कर्त्तव्यों से मुक्त समझती थी।


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