210 गांवों से गुजरेगा मंडी-पठानकोट फोरलेन

By: Jan 8th, 2018 12:07 am

नेशनल हाई-वे अथारिटी ऑफ इंडिया ने जारी की जद में आने वाले क्षेत्रों की सूची

हमीरपुर- लेह-लद्दाख को जोड़ने वाला पठानकोट-मंडी फोरलेन कई नए गांवों से गुजरेगा। इस परियोजना के भू-अधिग्रहण के लिए कुल 210 राजस्व गांवों को चिन्हित किया गया है। नेशनल हाई-वे अथारिटी ऑफ इंडिया ने इन सभी गांवों की सूची जारी कर दी है। नूरपुर के कंडवाल से पठानकोट-मंडी फोरलेन के निर्माण के लिए भू-अधिग्रहण शुरू होगा। इसके चलते पठानकोट से कंडवाल तक 11 किलोमीटर हाई-वे से किसी तरह की छेड़छाड़ नहीं होगी। इसके बाद मंडी के तबेला सकोर मोहगे तक भू-अधिग्रहण होगा। नेशनल हाई-वे अथारिटी ऑफ इंडिया ने इस महत्त्वाकांक्षी सड़क परियोजना के निर्माण के लिए टेंड प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसी के साथ भू-अधिग्रहण भी साथ-साथ होगा। यह सड़क परियोजना कांगड़ा, चंबा और मंडी तीन जिलों से होकर गुजरेगी। चंबा जिला की सिहूंता तहसील का एकमात्र हटली गांव इस फोरलेन से जुडे़गा। नूरपुर उपमंडल के 27 राजस्व गांव भू-अधिग्रहण की जद में आएंगे। कोटला तहसील के सात राजस्व मुहाल फोरलेन में शामिल हैं। इसके अलावा शाहपुर तहसील के 29 गांव भू-अधिग्रहण के लिए चिन्हित किए गए हैं। कांगड़ा तहसील के 17 गांवों से फोरलेन निकलेगा। नेशनल हाई-वे अथारिटी ऑफ इंडिया ने पठानकोट-मंडी फोरलेन की लाइनमेंट जारी करते हुए भू-अधिग्रहण के लिए राजस्व गांवों की सूची जारी कर दी है। इस डीपीआर के अनुसार पठानकोट से मंडी की 219 किलोमीटर की दूरी अब घटकर 171 कलोमीटर रह जाएगी। इसके तहत मटौर से पठानकोट का 88 किलोमीटर का सफर 80 किलोमीटर रह जाएगा। इसी तरह मटौर से मंडी के बीच 131 किलोमीटर की दूरी 41 किलोमीटर घटकर मात्र 90 किलोमीटर रह जाएगी। इस फोरलेन को यातायात से निजात दिलाने के लिए जसूर में फ्लाईओपर ब्रिज बनेगा। शाहपुर शहर में एक भी निर्माण नहीं गिरेगा न ही किसी को विस्थापित होना पड़ेगा। इसके लिए शाहपुर में फ्लाईओवर ब्रिज का डीपीआर में प्रावधान किया गया है। यातायात के बोझ तले दबे इस सड़क के सबसे व्यस्तम शहर गगल को भी फ्लाईओवर ब्रिज मिलेगा। गगल एयरपोर्ट को फोरलेन से जोड़ा गया है। इस कारण गगल में बाइपास दिए जाने की बजाय फ्लाईओवर ब्रिज का प्रावधान रखा है। पहली कड़ी में इस सड़क के गांवों की सूची कांगड़ा तहसील के राजस्व गांवों तक प्रकाशित की जा रही है। ‘दिव्य हिमाचल’ के नौ जनवरी को प्रकाशित होने वाले अंक में शेष सभी राजस्व गांवों की सूची प्रकाशित की जाएगी।

नूरपुर में यहां से गुजरेगा फोरलेन

कंडवाल, पक्का टियाला, नागंबरी, बाघ राजा, नागलहर, बासा, छत्रोली, जसूर, जछ, नियाजपुर, रामपुरी, लगोर, चौगान, बागनी, दुर्ग, बन, कोहरी, भडवाह, कलेरा, खजियां, नागे दी पेल, तताल, घुलयां, पलीन, मनकोट, सुजांता और मो।

शाहपुर में यहां से हाई-वे

पेड, कहोली, मोहरू, फलगेड़, सिहुवां, उपरला भनियार, ददरोली, द्रमण, शाहपुर, चंद्रूण, मंझियार, नहालन, कमलाड़ी, पुहाड़ा, परसेल, बागड़ू, रैत, नौसेरा, मंझग्रां, हार, ऊपाहू, ककरोह, महाकाली, बेहकड़ी, थारा, रजोल, बनोई, कुठमां, जुगेहड़।

सनौरा-गगल-झिकली इच्छी

भेड़ी, सनौरा, ढुगयारी, गगल, झिकली इच्छी, बरसवालकड़, मुंगरेहड़, बगा, पतारकड़, मटौर, घुरकड़ी, सुनेहड़ घुरकड़ी, कछियारी, टांडा कछियारी, भटनाला व टांडा खोली।

कोटला के ये क्षेत्र दायरे में

बल्ह, सोलधा, नेरा, भगरील, नवां शहर, त्रिलोकनाथ, सिहूनी, भनियारी, भोरखा, चिचार व तखनियार।

11 किलोमीटर पठानकोट से कंडवाल तक कोई छेड़छाड़ नहीं होगी

27 राजस्व गांव नूरपुर के भू-अधिग्रहण में जसूर में फ्लाईओवर

07 राजस्व मुहाल कोटला तहसील के जद में शामिल

29 गांव शाहपुर तहसील  के चिन्हित, बाजार में बनेगा फ्लाईओवर

17 गांव कांगड़ा तहसील के आएंगे, गगल टाउन बच जाएगा, बनेगा फ्लाईओवर


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