इंजीनियरिंग कालेजों में एमटेक इसलिए नहीं

By: Feb 17th, 2018 12:10 am

सुंदरनगर — हिमाचल प्रदेश के पीएचडी धारक इंजीनियर युवा यहां के इंजीनियरिंग कालेजों में पढ़ाने की इच्छुक नहीं हैं। इसके कारण प्रदेश के इंजीनियरिंग कालेजों में आज तक एमटेक की कक्षाएं किसी भी विषय में शुरू नहीं हो पाई हैं। इस बात का खुलासा एनबीए (नेशनल बोर्ड ऑफ एक्रीडिटेशन) की ओर से एमटेक की कक्षाएं शुरू करने की मान्यता न मिलने से हुआ है। संबंधित विषयों के एचओडी (हैड ऑफ डिपार्टमेंट) पीएचडी धारक होना अनिवार्य है। खास यह भी है कि प्रदेश के इंजीनियरिंग कालेजों में वेतनतान भी हिमाचल प्रदेश के पैटर्न के हिसाब से ही देय होगा। वहीं केंद्र सरकार के इंजीनियरिंग, एनआईटी, आईआईआईटी कालेजों में वेतनमान का पैटर्न केंद्र के हिसाब से देय होगा, जिसमें काफी अंतराल भी सामने आया है। इस लिहाजा से भी युवा हिमाचल प्रदेश के इंजीनियरिंग कालेजों में पढ़ाने के लिए तैयार नहीं हैं। भले ही यहां के इंजीनियरिंग कालेजों में इंजीनियर तैयार किए जा रहे हैं, लेकिन शैक्षणिक के क्षेत्र में युवा पढ़ाई करने के बाद हिमाचल प्रदेश के कालेजों में पढ़ाने में दिलचस्पी नहीं देखा रहे हैं। हिमाचल प्रदेश में वर्तमान में हाइड्रो इंजीनियरिंग कालेज के अलावा चार जगहों पर इंजीनियरिंग कालेज स्थापित किए गए हैं, जिनमें से जवाहरलाल नेहरू राजकीय इंजीनियरिंग कालेज सुंदरनगर की स्थापना तकरीबन एक दशक पहले की गई थी। उस दौरान दो ही विषयों में कोर्स चालू किए गए थे, जहां पर वर्तमान में पांच विषयों में इंजीनियरिंग की पढ़ाई करवाई जाती है। इसके बाद अटल बिहारी वाजपेयी राजकीय इंजीनियरिंग कालेज प्रगतिनगर शिमला, राजीव गांधी राजकीय इंजीनियरिंग कालेज नगरोटा बगवां और महात्मा गांधी राजकीय इंजीनियरिंग कालेज ज्यूरी कैंपस स्थित सुंदरनगर में खोला गया है। राजकीय इंजीनियरिंग कालेजों की श्रेणी में सुंदरनगर कालेज का नाम सबसे पुराने कालेजों के रूप में पहले नंबर आता है। यहां से ही एमटेक की कक्षाएं शुरू होने की पहल होनी है, लेकिन एनबीए के मापदंडों पर कालेज प्रबंधन आज तक खरा नहीं उतर पाया है, जिसके कारण बीटेक करने के बाद युवा एमटेक के लिए प्रदेश से बाहर जा रहे हैं या फिर निजी क्षेत्र की शरण में महंगे दामों पर एमटेक करने को विवश हैं। उधर, जवाहरलाल नेहरू राजकीय इंजीनियरिंग कालेज सुंदरनगर के निदेशक एवं प्रिंसीपल प्रो. रमन पार्थी का कहना है कि  कालेज प्रबंधन एमटेक की कक्षाएं शुरू करने की दिशा में प्रयासरत है। जैसे ही तमाम औपचारिकताएं पूरी हो जाएंगी, मान्यता मिलने के बाद एमटेक का बैच बिठा दिया जाएगा।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App