पेड़ से अटकी बस, सवारियों को जीवनदान
कैंची मोड़ से पीछे हादसा होता तो मुश्किल था किसी का भी बचना
सुंदरनगर – चाह का डोहरा रूट से सुंदरनगर की ओर सुबह के समय आ रही निजी बस पलटे खाते हुए पेड़ से अटक गई। अगर बस पेड़ से न टकराती तो बस में सवार कई सवारियों की जान जा सकती थी। पेड़ कई जानें बचा गया। वहीं दूसरी ओर जिस जगह से कैंची मोड़ के आगे घाैंडू से बस सड़क से नीचे लुढ़की है, अगर कैंची मोड़ से पहले हादसा पेश आया होता तो कई जानें जा सकती थीं। वहां पर दृश्य उस समय देखते ही भयानक और खौफनाक बनता है, लेकिन किसी ने सच ही कहा है कि मारने वाले से बड़ा बचाने वाला भगवान ही है। 400 मीटर सड़क से नीचे जा रही गिरी बस में सवार एक डेढ़ व दस माह के बच्चों को खरोच तक नहीं आई। सिर्फ दस माह की बच्ची नैंसी के सिर पर माइनर चोट अवश्य आई है, लेकिन वह उपचार के बाद सामान्य बताई जा रही है। सुबह के समय यह बस स्कूल कालेज व आफिस जाने वालों से भरी हुई थी, वहीं दूसरी ओर सिविल अस्पताल सुंदरनगर में कुछ क्षण के लिए माहौल अफरा-तफरी भरा बन गया। हर ओर से लोगों के आने और जाने का हुजूम उमड़ा रहा। अस्पताल परिसर से लेकर आपातकालीन ओपीडी समेत वार्डों में तिल तक धरने के लिए जगह नजर नहीं आई। अस्पताल की सुरक्षा के लिए तैनात की गई निजी एजेंसियां भी इस माहौल के आगे हाथ मलते रह गईं। उमड़ी भीड़ को अस्पताल परिसर व आपातकालीन ओपीडी से बाहर करने में थके हारे नजर आए।
सड़क हादसे में घायलों की सूची
रेखा देवी (27) पत्नी चंद्रशेखर गांव बडौण तहसील सरकाघाट, पीयुष ठाकुर (45 दिन) पुत्र चंद्रशेखर गांव बडौण तहसील सरकाघाट, चंद्रशेखर (27) पुत्र रूपलाल गांव बड़ौण तहसील सरकाघाट, निर्मला देवी (53) पत्नी श्रवण कुमार गांव बटेहड़ा सरकाघाट, सरोज कुमार (25) पुत्री मस्त राम गांव बटेहड़ा सरकाघाट, अमनदीप कौर (25) पत्नी सुदामा गांव गलूहार तहसील सुंदरनगर, विशाल कुमार (12) पुत्र इंद्र सिंह बुराहली तहसील सुंदरगनर ,पंकज कुमार (12) पुत्र छितरू राम गांव बैहल तहसील सरकाघाट, प्रिया (13) पुत्री प्रवीण कुमार गांव जदरौण, अनुज (12) पुत्र प्रवीण कुमार गांव जदरौण, मनीषा (18) पुत्री खीमचंद गांव घांघणु, नितिका (18) पुत्री गणपत राम गांव बडौण, लेखराम (48) पुत्र बुधु राम गांव टिहरी, तारा (25) पत्नी अनिल कुमार गांव ठाणा, समर (6) पुत्र अनिल कुमार गांव ठाणा, प्रिया (10 माह) पुत्री अनिल कुमार गांव ठाणा, पूजा (26) पुत्री कश्मीर सिंह गांव बटेहड़ा, अमन (10) पुत्र बलवीर सिंह गांव घांघणु, ज्ञान चंद (45) पुत्र फैजू राम गांव मझयाड़ी, कश्मीर सिंह (33) पुत्र रूपलाल गांव बटेहड़ा, बंशी राम (46) पुत्र शुका राम गावं सताहली, सुरेश कुमार (40) पुत्र गुलाब सिंह गांव ठाणा, रामपाल (35) पुत्र मंगलू राम गांव चोरट, इंद्र सिंह (55) पुत्र गपू राम गांव बैहल, प्रवीन कुमार (18) पुत्र राजकुमार गांव गुगाहण, विनोद कुमार (21) पुत्र श्याम लाल गांव चोरट, रवि कुमार (21) पुत्र श्यामी राम गांव कुन, बीटू राम (19) पुत्र कांशी राम गांव कुन, राजेंद्र कुमार (19) पुत्र श्यामी राम गांव कुन, राजवीर (9 माह) पुत्र कश्मीर गांव बटेहड़ा, अनिल कुमार (36) पुत्र रणजीत सिंह गांव बडौण, कल्पना कुमारी 18 पुत्री अमर सिंह गांव बडौण, निक्की देवी पत्नी साजू राम गांव बुराली, मीना देवी (35) पत्नी पक्षी राम साल गांव मसोग, नंद लाल (40) पुत्र डूमणु राम गांव घंघाणू, मीरा देवी (55) पत्नी लौंगू राम गांव ठाणा, कृष्ण चंद (48) पुत्र दवरासू राम गांव चोरट, कश्मीर सिंह (41) पुत्र सुखराम गांव खनोखर, गांधी राम (42) पुत्र मोहन लाल गांव जदरौण, कांता देवी (27) पत्नी सुरेश कुमार गांव बटेहड़ा, प्रिंस कुमार (18) पुत्र राज कुमार गांव बनौउणी, नीरजकांत (19) पुत्र परस राम गांव बैहल, रणजीत (30) पुत्र थलीया राम गांव बनौण, शिवाली (17) पुत्री रणजीत सिंह गांव कनाईला, रमेश चंद (40) पुत्र कांशी राम गांव बैह की धार, सुनीता (42) पत्नी बलदेव राम गांव बडौण, बलदेव राज (49) पुत्र भाग सिंह गांव बडौण, नेहा (17) पुत्री प्रेम सिंह गांव बडौण, महेंद्र सिंह (22) पुत्र बृजलाल गांव लुहारड़ी, ब्रेस्ती देवी (50) पत्नी कनौरू राम गांव जदरौण, माया देवी (25) पत्नी लालमन गांव बटेहड़ा, पीयूष (3) पुत्र लालमन गावं बटेहड़ा, हुकूम वंद (44) पुत्र सोहनू राम गांव बैहल, पूजा देवी (20) पुत्री बहादुर सिंह गांव बडौण, सन्नी (14) पुत्र महेंद्र सिंह गांव जदरौण, मीरा देवी (52) पत्नी संत राम गांव ठाणा चौकी, सीता राम (21) पुत्र बंगाली राम गांव सताहली, कर्म सिंह (45) पुत्र खजाना राम, गांव ठाणा चौकी, अजय कुमार (48) पुत्र गुरदासु गांव बटेहड़ा सुंदरनगर अस्पताल में उपचाराधीन है।
32 सीटर बस में 59 सवारियां
डैहर – गलू रा धार में सोमवार को सड़क दुर्घटना कई सवाल पीछे छोड़ गई। भले ही घटना की वजह ओवरलोडिंग बताई जा रही हो, लेकिन इसमें पुलिस प्रशासन की नाकामी भी झलकती है। हिमाचल की सर्पीली सड़कों पर ओवरलोडिंग आम बात है, लेकिन इस ओवरलोडिंग को रोकने के लिए ट्रैफिक पुलिस कितनी सजग है इसका उदहारण गलू रा धार हादसे में देखने को मिला। 32 सीटर बस में करीब 59 सवारियां ठूंस-ठूंस कर भरी गई थीं। ऐसे में साफ है कि लगातार बढ़ रही दुर्घटनाओं को रोकने में पुलिस प्रशासन पूर्ण रूप से असफल रहा है। ताजा घटनाक्रम में चाह का डोहरा-सुंदरनगर संपर्क मार्ग पर सोमवार सुबह गलू रा धार नामक स्थान पर सुंदरनगर की ओर जा रही निजी बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई। हालांकि दुर्घटना की मुख्य वजह का पता लगाने हेतु पुलिस छानबीन करने में जुटी हुई है, लेकिन 32 सीटर क्षमता वाली बस में तय मानकों के विपरीत दोगुना सवारियों के भरे जाने से कई बेशकीमती जानें मौत के मुंह से बाल-बाल बच गई हैं। सोमवार को हुए बस हादसे में यदि पुलिस व प्रशासन द्वारा पहले ही ओवरलोडिंग करने वाले ऐसे आपरेटरों पर सख्त कार्रवाई अमल में लाई होती तो ऐसे हादसों पर अंकुश जरूर लगता। चंद सिक्कों व रुपए के लालच में ज्यादातर ग्रामीण क्षेत्रों में बस आपरेटरों द्वारा तय मानकों से ज्यादा सवारियों के भरने व खस्ताहाल बसों के कारण बेशकीमती जानों से लोगों को हाथ धोना पड़ रहा है। सोमवार को हुई बस दुर्घटना में बस के ज्यादातर लोग पूरे परिवार संग सफर कर रहे थे। ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने हेतु पुलिस व प्रशासन को कड़ी कार्रवाई अमल में लानी होगी। गौर हो कि इस हादसे में बस चालक की मौके पर ही मौत हो गई है। जब एक 18 वर्षीय लड़की कल्पना की हालत गंभीर बनी हुई है, जिसे सिविल अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद आईजीएमसी रैफर कर दिया गया है और 59 सवारियां घायल हुई हैं।
पैरापिट होते तो टल सकता था बस हादसा
सुंदरनगर – त्रिफालघाट से वाया चाह का डोहरा सुंदरनगर के लिए निकली निजी बस जिस रूट से आ रही थी, वर्तमान में इस मार्ग की हालत काफी दयनीय बनी हुई है। जगह-जगह पर गड्ढे बने हुए हैं, न तो सुरक्षा की दृष्टि से इस मार्ग पर कहीं पर पैरापिट लगाए गए है और न ही चेतावनी बोर्ड लटकाए गए हैं। अगर समय रहते इस मार्ग पर सुरक्षा की दृष्टि से पैरापिट लगाए होते तो शायद यह हादसा नहीं होता। वहीं दूसरी ओर बताया जा रहा है कि यह बस तकरीबन तीन बार पहले भी दुर्घटनाग्रस्त हो चुकी है, लेकिन इस बार बस में ओवर लोर्डिंग होने से यह हादसा पेश आया है, जिसके कारण बस चालक कैंची मोड़ से बस पर से अपना नियंत्रण खो बैठा और बस सड़क से नीचे जा गिरी। उधर, एसपी मंडी गुरदेव शर्मा ने तकरीबन 11 बजे घटनास्थल पर पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया। एसडीएम राहुल चौहान व डीएसपी सुंदरनगर तरनजीत सिंह व रेवेन्यू अधिकारी रिकवरी वैन से बस को उठाए जाने व राहत कार्य मुकम्मल होने उपरांत वापस लौटे।्र
हादसे की होेगी मजिस्ट्रेट जांच
एसडीएम को जांच के आदेश, तीन सदस्यीय कमेटी का गठन
सुंदरनगर – सुंदरनगर के जदरौण क्षेत्र के घौडु गांव में हुए बस सड़क हादसे की उपायुक्त मंडी ऋग्वेद ठाकुर ने मजिस्ट्रेट जांच बिठा दी है। इस संदर्भ में एसडीएम सुंदरनगर को जांच के आदेश दिए गए हैं। वहीं उपमंडल स्तर पर एक तीन सदस्यीय कमेटी का भी गठन कर दिया है, जो कि बस हादसे के मामले की गहनता से जांच करेगी और उपायुक्त मंडी को रिपोर्ट सौंपेंगे। उपमंडल स्तर पर गठित की गई तीन सदस्यों की कमेटी में एसडीएम राहुल चौहान को अध्यक्ष, लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता के अलावा एसएचओ को सदस्यों के रूप में शामिल किया गया है। नियमों के तहत उपमंडल स्तर पर गठित की गई कमेटी को उपायुक्त को घटना की जांच रिपोर्ट एक माह के भीतर पेश करनी होगी। वहीं एसपी मंडी गुरदेव शर्मा, एडीएम राजीव कुमार, एसडीएम राहुल चौहान, डिप्टी एसपी सुंदरनगर तरनजीत सिंह, एसएचओ गुरबचन सिंह ने घटना स्थल का दौरा किया और सुंदरनगर के स्थानीय विधायक राकेश जम्वाल, नाचन विधायक विनोद कुमार ने अस्पताल में घायलों का हाल चाल पूछा और फौरी राहत के तौर पर आर्थिक राशि भी मुहैया करवाई। उधर, एसडीएम सुंदरनगर राहुल चौहान ने बस हादसे की मजिस्ट्रेट जांच करने की उपायुक्त मंडी से निर्देश मिलने की पुष्टि की है।
तीसरे युवक की भी मौत
पद्धर – पराशर सड़क हादसे के दिन कुफरी के देवधार निवासी मृतक भीम सिंह उर्फ भीमू का पूरा परिवार गांव में किसी समारोह में खुशियां मना रहा था। ऐसे में उनके घर के चिराग की सड़क हादसे में मौत का समाचार मिलने से पूरा गांव मातम में डूब गया। भीम सिंह अपनी पत्नी, दो बच्चों के साथ मंडी में किराए के मकान में रहता था। हादसे वाले दिन उसका परिवार मंडी में ही था। भीम सिंह देवी सिंह का बड़ा बेटा था। उसके पिता सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग से सेवानिवृत्त हुए हैं। उसे उसके चाचा चंद्रमणि ने गोद लिया था, जो टूरिज्म विभाग में इन दिनों मनाली में कार्यरत हैं। स्वभाव से शालीन भीम सिंह न केवल दो परिवारों का सहारा था, अपितु पिता के सभी चार भाइयों के परिवारों का चिराग था। भीम सिंह अपने पीछे एक बेटा, बेटी छोड़ गया। प्रशासन ने दोनों मृतकों के परिजनों को 10-10 हजार की फौरी राहत जारी की है। पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर, विधायक जवाहर ठाकुर, स्थानीय वार्ड के जिला परिषद सदस्य एवं जिला परिषद उपाध्यक्ष पूर्ण चंद ठाकुर, पंचायत प्रधान ओम प्रकाश ठाकुर, बड़ीधार के प्रधान सोहन सिंह ठाकुर ने दोनों युवाओं की मौत पर गहरा दुख प्रकट करते हुए शोक में डूबे परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की है।
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