मौन प्रदर्शन पर जंजैहली 14वां दिन…

By: Feb 16th, 2018 12:16 am

मुंह पर काली पट्टियां बांध एसडीएम आफिस के बाहर बैठे लोग

थुनाग— जंजैहली एसडीएम कार्यालय के लिए जारी विवाद लगातार 14वें दिन भी जारी रहा। पूरे विवाद के बीच बुधवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने एसडीएम थुनाग को कॉल कर प्रदर्शनकारियों के साथ बात की थी, तो बुधवार शाम को ही आपीएच मंत्री भी प्रदर्शनकारियों से मिलने जंजैहली पहुंच गए। हालांकि नतीजा सिफर रहा और गुरुवार को फिर लोगों ने मुंह में काली पट्टी बांधकर फिर प्रदर्शन किया। एसडीएम कार्यालय के लिए गुरुवार को हुआ प्रदर्शन शांतिपूर्वक रहा। गुरुवार को प्रदर्शनकारियों ने मुंह में काली पट्टी बांदकर मौन रैली निकाली और एसडीएम कार्यालय के बाहर बैठ गए। एसडीएम कार्यालय जंजैहली का विवाद शुरुआत में हिंसक हो गया था और इसमें कुछ पुलिस कर्मियों को चोटें तक आई थीं। इसके अलावा पूरे विवाद के बीच पत्रकार तक पर हमला हो चुका है। गुरुवार को जंजैहली में संघर्ष समिति के अध्यक्ष नरेंद्र रेड्डी की अध्यक्षता में एक बार फिर लोगों ने एसडीएम कार्यालय के लिए मुंह में काली पट्टी बांधकर मौन रैली निकाली। रैली में जंजैहली के लगभग 500 लोगों ने भाग लिया। हालांकि गुरुवार को निकाली गई रैली शांतिपूर्वक रही और लोग शांतिपूर्ण ढंग से एसडीएम कार्यालय के बाहर बैठ गए है। बुधवार शाम को प्रदर्शनकारियों से मिलने जंजैहली पहुंचे आईपीएच मंत्री महेंद्र सिंह संघर्ष समिति के सदस्यों से लंबी चौड़ी बातचीत की। जंजैहली पहुंचे आईपीएच मंत्री ने संघर्ष समिति के सदस्यों के साथ एक बैठक की। इस दौरान उन्होंने समिति को आश्वासन दिलाते हुए कहा कि समिति सदस्यों की बात 16 फरवरी को शिमला में अध्यक्ष नरेंद्र रेड्डी की अगवाई में मुख्यमंत्री से करवाई जाएगी, ताकि जंजैहली में उपजे एसडीएम कार्यालय के विवाद को लेकर कोई हल निकाला जा सके। जानकारी के अनुसार आईपीएच मंत्री को संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने दोटूक कहा है कि जब तक कार्यालय जंजैहली नहींआ जाता, हमारा संघर्ष जारी रहेगा।

लोगों का फैसला, नई अधिसूचना दें

आईपीएच मंत्री के साथ बैठक में बीच का रास्ता निकालने के लिए कुछ सुझाव पारित किए हैं। लोगों की सहमति से यह निर्णय लिया गया है कि थुनाग एसडीएम कार्यालय की अधिसूचना तुरंत निरस्त की जाए और एक नई अधिसूचना जारी की जाए। इसके अंतर्गत उमंडलाधिकारी नागरिक कार्यालय का नाम उमंडलाधिकारी नागरिक सराज हो तथा उमंडलधिकारी नागरिक दस दिन जंजैहली, दस दिन थुनाग तथा दस दिन बालीचौकी बैठे।

तालमेल बनाएं

शिमला— जंजैहली मसले पर वाम नेता व ठियोग से विधायक राकेश सिंघा भी कूद पड़े हैं। गुरुवार को जारी बयान में उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को सलाह दी है कि आपसी तालमेल से इस मसले का समाधान निकाला जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह भी लंबा अनुभव रखते हैं। लिहाजा इस तरह के संवेदनशील मुद्दों पर हस्तक्षेप में देरी से समस्या बढ़ सकती है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र धर्म, जाति समुदाय के आधार पर जनता में विभाजन मात्र जनता की एकता को खत्म करता है, जो सबके लिए महत्त्वपूर्ण है।


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