9730 पत्थरबाजों को माफी

By: Feb 4th, 2018 12:06 am

सेना के खिलाफ एफआईआर के बीच जम्मू-कश्मीर सरकार का बड़ा फैसला

जम्मू— जम्मू-कश्मीर में सैनिकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के मामले पर हो रही सियासत के बीच महबूबा मुफ्ती सरकार ने 9730 पत्थरबाजों को माफी देने का फैसला किया है। जे एंड के 2008 से 2017 के बीच पथराव की घटनाओं में शामिल 9730 लोगों के खिलाफ दर्ज मामलों को वापस लेने की मंजूरी दे दी है। जिन पत्थरबाजों के खिलाफ मामले वापस लिए जा रहे हैं, उनमें पहली बार अपराध करने वाले लोग भी शामिल हैं। गौर रहे कि यह फैसला ऐसे समय में लिया गया है, जब तीन नागरिकों की मौत के मामले में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एक मेजर समेत 10 गढ़वाल रायफल के सैनिकों को आरोपी बनाया गया है। इसका काफी विरोध हो रहा है।  जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने शनिवार को कहा कि 1745 मामले वापस लेने की सरकार की कार्रवाई कुछ शर्तों पर निर्भर करेगी और यह मामले की पड़ताल के लिए गठित एक समिति की सिफारिशों पर आधारित है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने चार हजार से अधिक लोगों को माफी देने की सिफारिश की है। यह लोग पिछले दो वर्षों में पथराव में शामिल रहे हैं। विधानसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में मुफ्ती ने कहा कि वह पहली बार अपराध में शामिल लोगों के ब्योरे का खुलासा ऐसे लोगों और उनके परिवार की सुरक्षा की वजह से नहीं करेंगी। बहरहाल, उन्होंने कहा कि 2016 और 2017 के बीच 3773 मामले दर्ज किए गए थे। इनमें 11 हजार 290 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। 233 का अब तक पता नहीं लगा है। सात मामले स्वीकार नहीं किए गए और 1692 मामलों में आरोप पत्र दायर किए गए, जबकि 1841 मामलों में जांच चल रही है।

सीएम महबूबा बोलीं, अभी नहीं हटना चाहिए अफस्पा

जम्मू — जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने राज्य से विवादित आर्म्ड फोर्स (स्पेशल पावर) एक्ट (अफस्पा) हटाने से इनकार कर दिया है। इसके लिए उन्होंने राज्य के मौजूदा हालात का हवाला दिया है। उन्होंने कहा कि हमारी सेना पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा अनुशासित है। एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि क्या ऐसे हालात में अफस्पा हटाया जा सकता है? क्या यह सही है? इंडियन आर्मी दुनिया की सबसे अनुशासित सेना है। वह सुरक्षा के हालात बेहतर बनाने में लगी है। इसकी वजह से ही हम यहां हैं, उसने बड़ी शहादत दी है। महबूबा ने यह बात उनके अंडर में आने वाले महकमों के लिए अनुदान की मांग को लेकर हो रही चर्चा के दौरान कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि घाटी में सिक्योरिटी के बिगड़ते हालात की वजह से यहां सेना की मौजूदगी बढ़ी है। उन्होंने कहा कि अगर हालात बिगड़ते हैं, सिक्योरिटी फोर्स की मौजूदगी बढ़ेगी।


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