आईटीआई-कालेज भवन में चलेंगी कक्षाएं

By: Mar 4th, 2018 12:05 am

बिलासपुर – बिलासपुर की बंदलाधार पर बनने जा रहे देश के दूसरे हाइड्रो इंजीनियरिंग कालेज की कक्षाएं कांगड़ा के नगरोटा बगवां से बिलासपुर शिफ्ट करने को लेकर कवायद शुरू हो गई है। इस बाबत जिला प्रशासन भी गंभीर है और इसके लिए व्यापक संभावनाएं तलाशी जा रही हैं। आईटीआई भवन या फिर स्नातकोत्तर महाविद्यालय बिलासपुर में कक्षाएं आरंभ की जा सकती हैं। उधर, तकनीकी शिक्षा विभाग ने भी उपयुक्त साइट चिन्हित करने के लिए एक कमेटी बना रखी है जो शीघ्र ही साइट विजिट के बाद किसी एक साइट पर अंतिम मुहर लगाएगी। जहां बंदला में आधारभूत ढांचा विकसित होने तक अस्थायी तौर पर कक्षाओं का संचालन किया जाएगा। यह जानकारी शनिवार को स्थानीय विधायक सुभाष ठाकुर ने दी। उपायुक्त विवेक भाटिया और एडीएम विनय कुमार के साथ सुभाष ठाकुर ने जिला के विभिन्न भवनों का निरीक्षण किया। इसके बाद विधायक सुभाष ठाकुर ने कहा कि बंदलाधार में करोड़ों रुपए की लागत से निर्मित किया जाने वाला हिमाचल का पहला हाइड्रो इंजीनियरिंग कालेज है। उन्होंने बताया कि एनटीपीसी व एनएचपीसी कंपनियों के सहयोग से यह कालेज निर्मित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि वर्तमान में कालेज निर्माण के लिए 62.06 बीघा जमीन तकनीकी शिक्षा विभाग के नाम करवा दी गई है। उन्होंने कहा कि हालांकि भवन की कमी के कारण यह कक्षाएं जिला के बाहर चलाई जा रही थीं, लेकिन अब कक्षाएं बिलासपुर जिला में चलाई जाएंगी। इसके लिए प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि यह कक्षाएं यहां स्नातकोत्तर महाविद्यालय या फिर औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान बिलासपुर में चलाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि कालेज का लाभ स्थानीय लोगों को मिल सके। उल्लेखनीय है कि पूर्व सरकार के कार्यकाल में नगरोटा में हाइड्रो कालेज की कक्षाएं शुरू करने के लिए बिलासपुर के लोगों ने कड़ा आक्रोश व्यक्त किया था और विभिन्न वर्गों की तरफ से इस मसले पर प्रतिक्रिया में सरकार के समक्ष बिलासपुर में ही कालेज शुरू करने को लेकर आवाज बुलंद की गई थी। यही नहीं विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं ने ज्ञापन के माध्यम से भी सरकार से आग्रह किया था, लेकिन बाद में आश्वासनों के सिवा कोई परिणाम नहीं निकल सका। इससे लोगों में गहरा रोष पनप गया था। अब कालेज को बिलासपुर में शिफ्ट करने के लिए कवायद शुरू हो गई है। यहां बता दें कि एनटीपीसी और एनएचपीसी की संयुक्त भागीदारी से बंदला में देश के दूसरे हाइड्रो कालेज का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए 125 करोड़ रुपए के बजट का प्रावधान किया है। इसमें 75 करोड़ रुपए यानी 37.50 और 37.50 करोड़ रुपए एनटीपीसी और एनएचपीसी द्वारा उपलब्ध करवाए जा चुके हैं। जबकि अगले पांच सालों के लिए राज्य सरकार दस करोड़ रुपए जारी करेगी। ढांचा खड़ा करने के लिए 62 बीघा जमीन तकनीकी शिक्षा विभाग के नाम स्थानांतरित हो चुकी है जबकि आसपास क्षेत्र में तीन बीघा जमीन अक्वायर करने को लेकर प्रक्रिया जारी है। बहरहाल, भाजपा सरकार ने कक्षाएं बिलासपुर में शिफ्ट करने के लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं और उपयुक्त आधारभूत ढांचा चयनित होने के बाद अगले शैक्षणिक सत्र से कक्षाएं नगरोटा से बिलासपुर शिफ्ट कर दी जाएंगी।


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