एचआरटीसी टैक्सियों की स्पीड पर सवाल

By: Mar 4th, 2018 12:05 am

 शिमला —विकास समिति टुटू ने शिमला जिला के उपायुक्त, नगर निगम आयुक्त व पुलिस निदेशक से शिमला के प्रतिबंधित मार्गों पर ज्यादा से ज्यादा स्पीड ब्रेकर लगाने की मांग की है। समिति अध्यक्ष नागेंद्र गुप्ता ने कहा है कि वर्तमान समय में इन सड़कों पर आम आदमी का पैदल चलना दुश्वार हो गया है। खासकर चौड़ा मैदान -कनेडी हाउस चौक से तारघर तक, संजौली मार्ग पर कालेज-आईजीएमसी-मंचंदा मेडिकल स्टोर के पास एचआरटीसी की इतनी अधिक टैक्सियां चल रही हैं कि उनकी गति निर्धारित गति से बहुत अधिक होती है। उन्होंने कहा कि शिमला पेडेस्ट्रियल एक्ट के मुताबिक प्रतिबंधित व बंधित मार्गों पर नियमानुसार 20 किलोमीटर प्रति घंटे के हिसाब से वाहन चलाए जाने के नियम हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि इन मार्गों पर परमिट वाहनों और एचआरटीसी टैक्सियों की गति अंदाजन 40-50 किलोमीटर से कम नहीं होती है, जिस कारण कभी भी कोई दुर्घटना घटित हो सकती है। नागेंद्र गुप्ता ने कहा कि कई मर्तवा तो छोटे वाहन वाले चालकों की स्पीड इतनी अधिक होती है कि पैदल चलने वालों को वाहन ऊपर आने का डर सताने लगता है। इन इलाकों में पर्यटन व आम आदमी और वरिष्ठ नागरिकों का पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है।  समिति अध्यक्ष ने कहा कि बेशक वरिष्ठ आदमी, अपंगों व दृष्टिहीन के नाम पर चल रही इन टैक्सियों से आम नागरिकों को भी इनका लाभ हो रहा है, लेकिन स्पीड ज्यादा होने के कारण कभी भी कोई जानमाल का नुकसान हो सकता है और बड़ी दुर्घटना घट सकती है। इसलिए जगह-जगह स्पीड ब्रेकर लगाने अनिवार्य हो गए हैं, ताकि ओवर स्पीड पर अंकुश लगाया जा सके। उन्होंने कहा कि कई वर्ष पहले सिसिल के पास चौड़ा मैदान में लगवाए गए स्पीड ब्रेकर भी अब नाम मात्र ऊंचे रह गए हैं। उन्होंने स्पीड ब्रेकरों पर कैटआई /सूचना चिन्ह/जेबरा लाइन लगाने की भी जनहित में मांग की है।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App