जर्सी से बढि़या देशी गाय  

By: Mar 11th, 2018 12:10 am

दूध उत्पादन कम होने पर ग्रामीण विकास मंत्री ने किसानों से की अपील

ऊना —ग्रामीण विकास, पंचायतीराज, पशु एवं मत्स्य पालन विभाग मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि किसानों को देशी नस्ल के गोपालन के साथ-साथ शून्य लागत खेती की तरफ बढ़ना होगा। उन्होंने कहा कि जहां जर्सी और एचएफ नस्ल की गाय हमारे वातावरण के अनुकूल नहीं है, बल्कि इनका दूध देशी नस्ल की गाय के मुकाबले कमतर आंका गया है। साथ ही कहा कि खेती में रासायनिक खादों व कीटनाशकों के बढ़ते इस्तेमाल से जहां हमारी खेती प्रदूषित हुई है बल्कि इससे मनुष्य कई गंभीर बीमारियों की चपेट में आ रहा है। उन्होेंने किसानों से शून्य लागत खेती अपनाने पर जोर देते हुए कहा कि गोमूत्र व गोबर से तैयार जैविक खाद जहां खेती के लिए लाभदायक है तो वहीं इससे किसानों की आय में तीन से चार गुना तक वृद्धि संभव है। वीरेंद्र कंवर शनिवार को ऊना स्थित जिला परिषद सभागार में हिमाचल प्रदेश सह-पशु चिकित्सा परिषद द्वारा आयोजित एकदिवसीय संगोष्ठी में संबोधित कर रहे थे। वीरेंद्र कंवर ने कहा कि सह-पशु चिकित्सा परिषद स्थापित करने वाला हिमाचल प्रदेश देश का एकमात्र राज्य है इसे पिछली भाजपा सरकार के दौरान वर्ष 2010 में स्थापित किया गया था। उन्होंने कहा कि जब-जब भी प्रदेश में भाजपा की सरकारें रही तब-तब पशुपालन की तरफ विशेष ध्यान दिया गया। उन्होेंने कहा कि पिछली भाजपा सरकार के दौरान प्रदेश में मुख्यमंत्री आरोग्य पशुधन योजना के तहत गांव-गांव में 1251 पशु औषधालय स्थापित किए ताकि पशुधन के लिए ग्रामीण स्तर पर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो सके। उन्होंने विभागीय अधिकारियों व चिकित्सकों से पशुधन के स्वास्थ्य के प्रति लोगों को जागरूक करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा गोवंश किसानों के लिए लाभकारी सौदा साबित हो इस दिशा में पशुओं में बांझपन की समस्या के  विभिन्न कारणों के प्रति व्यापक जन जागरूकता लाने के साथ-साथ नई वैज्ञानिक तकनीक अपनाने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि पशु पालन एवं प्रजनन विभाग को ऊपर उठाना उनकी प्राथमिकता में शामिल है तथा इस दिशा में हरसंभव प्रयास किए जाएंगे। उन्होेंने सह-पशु चिकित्सा परिषद द्वारा आयोजित संगोष्ठी की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन समय-समय पर होते रहने चाहिए, ताकि किसानों को पशुधन को लेकर आ रही समस्याओं का व्यापक समाधान तलाशा जा सके। उन्होंने विभागीय कर्मचारियों द्वारा उठाई गई विभिन्न मांगों का यथासंभव समाधान करने का आश्वासन दिया। कार्यक्रम के विशेष अतिथि भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि वर्तमान जयराम ठाकुर सरकार गांव, गरीब, किसान, कर्मचारी, पिछड़े तबके की सरकार है तथा पहले बजट में ही समाज के हर वर्ग के उत्थान, कल्याण व विकास की ओर विशेष ध्यान दिया गया है। उन्होंने कहा कि कर्मचारी प्रदेश की रीढ़ हैं तथा सरकार की विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन में ग्रास रूट स्तर पर अहम भूमिका अदा करते हैं।  इससे पहले हिमाचल प्रदेश सह-पशु चिकित्सा परिषद के अध्यक्ष एवं निदेशक पशुपालन एवं प्रजनन विभाग डा. सुदेश चौधरी ने अतिथियों का स्वागत किया तथा विभाग की विभिन्न जानकारियों बारे अवगत करवाया। संगोष्ठी में पशु चिकित्सा विज्ञान महाविद्यालय पालमपुर के डीन डा. मनदीप शर्मा ने भी महत्त्वपूर्ण जानकारी प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि सह-पशु चिकित्सा परिषद पशुओं के स्वास्थ्य, प्रजनन, तकनीकों एवं कल्याण की दिशा में कार्य कर रही है। उन्होंेने कहा कि एंटीबॉयोटिक्स दवाओं के बढ़ते इस्तेमाल के कारण 2050 तक अधिकतर एंटीबॉयोटिक्स निष्क्रिय हो जाएंगे जो चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि 75 प्रतिशत जीवाणु मानव व पशु आपस में शेयर करते हैं, जिनके कारण टीबी, रैबीज जैसे खतरनाक बीमारियों का खतरा बना रहता है। उन्होंने किसानों से पशुओं के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने पर बल दिया। कार्यक्रम में डा. अमित शर्मा ने पशुओं में बांझपन व निदान बारे विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर निदेशक डा. सुदेश चौधरी के अतिरिक्त डा. जय सिंह सेन, डा. मनदीप शर्मा, डा. आदर्श कुमार, डा. आर ठाकुर, डा. उपेंद्र कुमार, डा. निशांत ठाकुर, पीओ डीआरडीए राजेंद्र गौतम, जिला पंचायत अधिकारी रमण शर्मा, कुटलैहड़ भाजपा मंडलाध्यक्ष मनोहर लाल, महामंत्री तरसेम लाल, सुभाष राणा, दिनेश नेगी, आशोक धीमान, राम सिंह ठाकुर सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।  वीरेंद्र कंवर ने किया भाषा एवं संस्कृति विभाग के निर्माणाधीन भवन का निरीक्षण इससे पहले ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री ने समूरकलां में भाषा एवं संस्कृति विभाग के निर्माणाधीन भवन का निरीक्षण किया तथा संबंधित अधिकारियों को इसके निर्माण कार्य में तेजी लाते हुए जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App