वैक्सीनेशन करवा कर ही आना

By: Mar 8th, 2018 12:05 am

सुंदरनगर  —राज्य स्तरीय मेला कमेटी के निर्णय के अनुसार नलवाड़ मेले में बाहरी राज्यों से मवेशी लाने वाले व्यापारियों को भी अपने मवेशियों को पहले ही मुंह-खुर बीमारी की रोकथाम की वैक्सीनेशन लगवाना होगी। इसके लिए पशुपालन विभाग की तरफ से जारी वैक्सीनेशन प्रमाणपत्र दिखाना होगां। अन्यथा ऐसे व्यापारियों के मवेशियों को मेला परिसर में प्रवेश नहीं मिलेगा। इसी के चलते सुंदरनगर में 22 से 28 मार्च तक आयोजित होने वाले नलवाड़ मेले को लेकर पशुपालन विभाग ने भी मवेशियों की सुरक्षा के लिए वैक्सीनेशन का कार्य शुरू कर दिया है। पशुपालन विभाग की वैटरिनरी डाक्टर नीरज ने बताया कि पशु पालन विभाग ने शहरी क्षेत्र में वैक्सीनेशन का कार्य पूरा कर लिया है। पशुपालन विभाग ने मेले से पहले उपमंडल के करीब 40 हजार मवेशियों को मुंह-खुर बीमारी से बचाने के लिए वैक्सीनेशन लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। विभाग ने इसके लिए पांच मार्च तक की डेडलाइन तय की है, जो कि पूरी भी हो चुकी है।

32 टीमें देगी कार्य को अंजाम

वैक्सीनेशन के काम को अमलीजामा पहनाने के लिए विभाग की ओर से शहरी क्षेत्र में चार तथा ग्रामीणों क्षेत्रों में 32 टीमें गठित की गई हैं। वैक्सीनेशन पशुपालन विभाग निःशुल्क उपलब्ध करवा रहा है। मुंह-खुर बीमारी की वैक्सीनेशन पालतू और आवारा मवेशियों को लगाई जाएगी।

मेला कमेटी खतरा नहीं लेना चाहती मोल

बाहरी राज्यों से नलवाड़ मेले में आने वाले कई मवेशी मुंह-खुर की बीमारी से संक्रमित होते हैं, जिससे यहां के स्थानीय किसानों के मवेशी भी इस बीमारी की चपेट में आ जाते हैं। कुछ साल पहले नलवाड़ मेले के बाद यहां मुंह-खुर की बीमारी फैलने से सैकड़ों पालतू मवेशियों की मौत हो गई थी, जिससे क्षेत्र के किसानों को अपने लाखों रुपए के पशुधन से हाथ धोना पड़ा था। इस बीमारी पर नियंत्रण पाने के लिए पशुपालन विभाग को भी कड़ी मशक्कत करनी पड़ी थी। इसे ध्यान में रखते हुए पशुपालन विभाग और मेला आयोजक इस बार कोई भी खतरा मोल नहीं लेना चाहते है। उन्होंने मेले से पहले ही बीमारी की रोकथाम के लिए कवायद शुरु कर दी है।


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