कांगड़ा चाय के फिर आएंगे अच्छे दिन

By: Apr 25th, 2018 12:03 am

कृषि मंत्री बोले, उद्योग को विकसित करने के लिए किए जाएंगे विशेष प्रयास

पालमपुर— कांगड़ा चाय को उसका पुराना अस्तित्व लौटाने और चाय उद्योग को विकसित करने के लिए प्रदेश सरकार विशेष प्रयास करेगी। इसके लिए चाय उत्पादकों को हरसंभव सुविधा तथा सहायता उपलब्ध करवाई जाएगी। यह बात कृषि, जनजातीय विकास तथा सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रामलाल मार्कंडेय ने मंगलवार को चाय भवन, कालू दी हट्टी  में चाय बागबानों  के लिए आयोजित एकदिवसीय कार्यशाला के दौरान कही। उन्होंने कहा कि कांगड़ा  चाय स्वाद में दार्जिलिंग में पैदा होने वाली चाय से अधिक स्वादिष्ट है, परंतु तकनीक की कमी तथा कांगड़ा चाय की सही मार्केटिंग न होने के कारण उत्पादकों को इसके सही दाम नहीं मिल पाते हैं। उन्होंने कहा कि कांगड़ा चाय की  मार्केटिंग के लिए व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने बताया कि चीन की एक एनजीओ 155 टन  कांगड़ा चाय खरीदने की इच्छुक है, जिसके लिए  शिमला में वार्ता चल रही है। उन्होंने कहा कि कृषि विभाग तथा टी बोर्ड ऑफ इंडिया द्वारा संयुक्त रूप से करवाए गए सर्वे के अनुसार प्रदेश में लगभग 2311 हेक्टेयर भूमि चाय क्षेत्र के अधीन है, जिसमें से 1097 हेक्टेयर पर बेहतर उत्पादन किया जा रहा है तथा 828 हेक्टेयर क्षेत्र के विकास पर विशेष  ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि 5900 चाय उत्पादको के साथ श्रमिकों के हित सीधे रूप से जुड़े हैं तथा इस उद्योग के उत्थान से प्रदेश के हजारों परिवार लाभांवित होंगे। उन्होंने कहा कि किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए कृषि  बजट को 471 करोड़ से बढ़ा कर 687 करोड़ रुपए किया गया है। अतिरिक्त निदेशक (कृषि) डा. आरके कौंडल ने विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी दी। इससे पूर्व कांगड़ा वैली स्माल टी प्लांटर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राजिंद्र ठाकुर ने कांगड़ा चाय उद्योग के लिए आ रही दिक्कतों तथा इसके उत्थान के लिए विशेष प्रयास करने का कृषि मंत्री से आग्रह किया। इस अवसर पर पूर्व विधायक दूलो राम, जीएल बुटेल चेयरमैन पालमपुर  टी फैक्टरी, डा. अनुपम दास  डिप्टी डाएरेक्टर टी बोर्ड ऑफ इंडिया, डीएस कंवर आदि उपस्थित थे।

अपने सपनों के जीवनसंगी को ढूँढिये भारत  मैट्रिमोनी पर – निःशुल्क  रजिस्ट्रेशन!


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App