खौफजदा पेरेंट्स ने स्कूल नहीं भेजे नन्हे फूल

By: Apr 11th, 2018 12:05 am

नूरपुर हादसे के अगले दिन कई लोगों ने करवाई छुट्टी; इंतजार कर लौटीं बसें, अभिभावकों ने खुद छोड़ा स्कूल

हमीरपुर – कांगड़ा के नूरपुर में हुए दर्दनाक स्कूल बस हादसे का खौफ हमीरपुर के दिल में बैठ गया है। हादसे के खौफनाक मंजर ने मंगलवार को कई छात्रों की स्कूल से छुट्टी करवा दी। चाहकर भी अभिभावक अपने लाड़लों को शिक्षा के मंदिर में नहीं भेज पाए। अपने बच्चों की चिंता में डूबे अभिभावकों ने उन्हें स्कूल न भेजना ही बेहतर समझा। बच्चों को लेने पहुंची निजी स्कूल बसें भी इंतजार के बाद लौट गईं। कई परिजनों ने स्वयं जाकर बच्चों को स्कूल छोड़ा। सोमवार को घटी हृदय विदारक घटना के बाद मंगलवार को निजी स्कूल बसों में जाने वाले छात्रों की संख्या आधी हो गई। अभिभावकों ने अपने निजी वाहनों में ले जाकर बच्चों को स्कूल पहुंचाया। वहीं, कई परिजन पैदल अपने बच्चों को स्कूल छोड़ने ले गए। हादसे का डर हर किसी अभिभावक के मन में हावी हो गया है। मंगलवार सुबह हमीरपुर जिला के निजी स्कूल बसों की सीटें खाली रह गईं। हमीरपुर जिला में मंगलवार को निजी बसों में ओवरलोडिंग नहीं थी, लेकिन कई जगह रफ्तार अधिक पाई गई। वहीं, ग्रामीण क्षेत्रों में कई बसों में नाममात्र भी छात्र मिले। दिन भर जिला में नूरपुर स्कूल बस हादसे की ही चर्चा रही। माना जा रहा है कि अभी तक एडमिशन का दौर ही चल रहा है। इस कारण भी बसों में छात्रों की संख्या अधिक नहीं हो पा रही। नूरपुर सड़क हादसे के बाद अब अभिभावक अपने बच्चों को लेकर अधिक चिंतित हो गए हैं। जाहिर है कि निजी स्कूल बसों में ओवरलोडिंग की शिकायत अकसर क्षेत्रीय परिवहन विभाग को मिलती रहीं हैं। इसे लेकर कुछ समय पहले निरीक्षण अभियान भी चलाया गया था। मोटी कमाई के चक्कर में निजी स्कूल छात्रों को बसों में ठूंस-ठूंस कर भर देते हैं। हालांकि हाई कोर्ट के कड़े आदेशों के बाद सभी निजी स्कूलों को अपनी स्टेंडड साइज बसें रखना अनिवार्य कर दिया गया है। निजी स्कूल अब टैक्सी को बच्चों के लिए हायर नहीं कर सकते। इन निर्देशों के बाद कई निजी स्कूलों ने अपनी बसें खरीदी हैं।

जीवनसंगी की तलाश हैतो आज ही भारत  मैट्रिमोनी पर रजिस्टर करें– निःशुल्क  रजिस्ट्रेशन करे!


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App