देई दा नौण; टीहरा, बल्ह बिहाल में एक भी गरीब परिवार नहीं

By: Apr 3rd, 2018 12:20 am

हमीरपुर की तीन पंचायतें बीपीएल मुक्त, लाभार्थियों ने सूची से स्वेच्छा से नाम कटवाकर पेश की मिसाल

हमीरपुर- बीपीएल सूची में स्वेच्छा से नाम कटवाने वाली हमीरपुर जिला की तीन पंचायतें आदर्श बन गई हैं। इन पंचायतों के बीपीएल लाभार्थियों ने स्वयं अपना नाम सूची से कटवा लिया। गत रविवार आयोजित हुई ग्राम सभा में तीन पंचायतों को बीपीएल मुक्त घोषित किया गया है। इन पंचायतों में अब एक भी गरीब परिवार नहीं। पहले गरीब घोषित हुए परिवारों ने अपनी मर्जी से स्वयं को बीपीएल लाभ के आयोग्य बताया। ग्राम सभा में पंचायत प्रतिनिधियों के समक्ष इस पर फैसला लिया गया। बीपीएल मुक्त होने वाली हमीरपुर की देई दा नौण, सुजानपुर की टिहरा व बिझड़ी की बल्ह बिहाल पंचायत है। देई दा नौण में 46, बल्ह बिहाल में 81 व टिहरा में 33 बीपीएल परिवारों ने स्वयं को लाभ का पात्र नहीं माना। इसके चलते इन्हें सूची से बाहर किया गया है। जाहिर है कि बीपीएल लाभ के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए थे। इसके लिए पहले आब्जेक्शन मांगे गए थे। आब्जेक्शन मिलने के बाद गांव-गांव जाकर वेरिफिकेशन की गई। कई लोगों ने स्वयं को बीपीएल में शामिल करने के लिए आवेदन किया है। वेरिफकेशन के बाद आब्जर्वर के माध्यम से बीपीएल लाभ के लिए पात्रों की सूची तैयार की गई है। विभिन्न विभागों के अधिकारियों को आब्जर्वर लगाया गया है। अब ग्राम सभा में पात्र परिवारों को शामिल करने व अपात्र को बाहर करने का निर्णय लिया गया है। इसी कड़ी में जिला की तीन पंचायतों ने स्वयं को बीपीएल लाभ के योग्य नहीं पाया। ऐसे में इन पंचायतों के लोगों ने अपनी इच्छा से बीपीएल सूची से बाहर होने का प्रस्ताव रखा। अब इनकी जगह पर किसी अन्य पंचायत के व्यक्ति को बीपीएल सुविधा मिल सकेगी। फिलहाल तीन पंचायतों ने यह कदम उठाकर मिसाल पैदा की है। गत रविवार को इन पंचायतों में आयोजित हुए ग्राम सभाओं में यह फैसला लिया गया है। परियोजना अधिकारी डीआरडीए सुनील चंदेल ने बताया कि हमीरपुर की देई दा नौण, बिझड़ी बल्ह बिहाल, सुजानपुर की टिहरा पंचायत बीपीएल मुक्त हो गई है। इन पंचायतों के लोगों ने स्वयं अपना नाम सूची से कटवा दिया है। अब इस सुविधा का लाभ अन्य पंचायत के पात्रों को मिल सकेगा।

160 परिवारों ने छोड़ा लाभ

सर्वसम्मति से ग्राम सभाओं में हमीरपुर की तीन पंचायतों के 160 बीपीएल परिवारों ने स्वयं को सूची से निकालने पर सहमति जताई। इसके बाद इन पंचायतों में अब एक भी परिवार बीपीएल में शामिल नहीं है। स्वेच्छा से अपना नाम कटवाने के बाद अब अन्य पंचायतों के गरीब परिवारों को बीपीएल का लाभ मिल सकेगा। तीन पंचायतों ने सहमति जताकर मिसाल पेश की है।

हार जलाड़ी को अब सरकार से उम्मीदें

मटौर – साझी विरासत में गरीबी को रुखसत करने वाली कांगड़ा ब्लॉक की हार जलाड़ी पंचायत को अब उम्मीद है कि सरकार उनकी पंचायत में विकास के नए आयाम स्थापित करने के लिए मदद करेगी। पंचायत प्रतिनिधियों ने जिस तरह से एक सकारात्मक माहौल तैयार करके लोगों को बीपीएल से बाहर आने के लिए तैयार किया है, वह स्वागत योग्य है। सोमवार को ‘दिव्य हिमाचल’ से विशेष मुलाकात में पंचायत प्रतिनिधियों ने कहा कि कुछ लोग जो पात्र न होते हुए भी बीपीएल का लाभ ले रहे थे, उनमें हल्की नाराजगी भी है, लेकिन उन्हें अभी भविष्य में नजर आने वाले इसके सकारात्मक परिणाम नजर नहीं आ रहे। पंचायत प्रधान रंजना, उपप्रधान बलबीर सिंह व अन्य वार्ड सदस्यों ने कहा कि आम इजलास में सभी को सोचने के लिए समय दिया गया था कि जो बीपीएल में नहीं रहना चाहते, वे भी बता दें और जो रहना चाहते हैं, वे भी बता दें। उस वक्त सभी ने सर्वसहमति से सोच-विचार कर अपना नाम कटवाया है। उन्होंने बकायदा लिखकर दिया है। अब अगर वे नाराज हैं, तो उनसे बात की जाएगी। अगर फिर भी नहीं मानते हैं, तो बीपीएल की सूची में शामिल होने के लिए जो पैमाना निर्धारित किया गया है, उसमें उनकी परख करवा दी जाएगी।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App