नाइजीरिया से 11 दिन से कोई फोन नहीं

By: Apr 9th, 2018 12:20 am

परिजनों के लिए एक-एक पल काटना मुश्किल; सरकारों से आश्वासन के सिवा कुछ नहीं, अब प्रधानमंत्री से आस

नगरोटा सूरियां –नाइजीरिया में बंधक बनाए गए हिमाचल के तीन युवकों से 11 दिन से कोई संपर्क नहीं हो पाया है। माता-पिता के लिए एक-एक पल काटना मुश्किल होता जा रहा है। बंधक बने युवकों में नगरोटा सूरियां के युवक गु्रप कैप्टन सुशील के पिता रघुवीर सिंह ने बताया कि 11 दिन से उन्हें कोई फोन नहीं आया, उनका बेटा तथा अन्य लाड़ले किस हालत में हैं, कोई पता नहीं है। तीन महीने से अधिक समय हो गया है, इन युवकों को नाइजीरिया में लुटेरों द्वारा बंधक बनाया हुआ है तथा वे 22 लाख की फिरौती मांग रहे हैं, जिसकी कीमत वहां के नाइजीरिया के हिसाब से एक करोड़ दस लाख बनती है। रघुवीर सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुहार लगाई है कि उनके बेटों को शीघ्र छुड़वाया जाए। अब तक उन्हें सरकारों से सिर्फ आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला है। रघुवीर धीमान में बताया कि जो शिप का मालिक है, बैनन का है तथा जिन लुटेरों ने उन्हें श्बंधक बनाकर रखा है, वे नाइजीरिया से हैं। वह विदेश राज्य मंत्री बीके सिंह से भी मिले तथा दो बार विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के पीए का भी फोन आया, परंतु अभी तक कुछ नहीं हुआ। प्रदेश सरकार द्वारा भी सिर्फ आश्वासन ही मिला है। सांसद शांता कुमार भी कह रहे हैं कि यह विदेश का मामला है, शीघ्र ही हम इस पर कार्रवाई कर रहे हैं, लेकिन अभी तक सिर्फ आश्वासन ही मिला है, कोई कारवाई नहीं हुई। रघुवीर धीमान ने कहा कि अब प्रधानमंत्री के अलावा किसी पर विश्वास नहीं है। यदि  प्रधानमंत्री हस्तक्षेप करेंगे, तो ही कार्रवाई होगी, जबकि उनके एक मित्र ने दिल्ली में इस विषय में कुछ शिप मालिकों से बात की तथा आश्वासन दिया कि वह शीघ्र युवकों को छुड़वाने के लिए वहां बैनन में बात करते हैं, जबकि नाइजीरिया में भारत की एंबेसी के अधिकारियों ने भी बताया कि वे उनकी खोज कर रहे हैं, जबकि जो शिप था, उसे पकड़ लिया गया है, लेकिन न तो लुटेरों का पता चल पाया और न ही इन लड़कों को लुटेरों ने कहां रखा है, यह पता चल पा रहा है। इस रवैए के कारण लोगों में सरकार व नेताओं के झूठे आश्वासनों पर रोष बढ़ता जा रहा है।

परिजन पैसे देने को तैयार, पर दें किसे

जब से यह बच्चे लुटेरों ने बंधक बनाए हुए हैं, दो बार ज्वाली तथा एक बार नगरोटा सूरियां में रोष प्रदर्शन हो चुका है। नायब तहसीलदार नगरोटा सूरियां के माध्यम से इन बच्चों को छुड़वाने के लिए लोगों द्वारा एक पत्र भी दिया गया है, दो लड़के अन्य हैं एक पंकज नगरोटा बगवां से, दूसरा अजय कुमार पालमपुर से। नगरोटा सूरियां के ब्लॉक समिति के उपाध्यक्ष बलवीर पठानिया ने कहा कि यदि सरकार द्वारा दो दिन के भीतर इन बच्चों को नहीं छुड़वाया, तो जनता के साथ एक बड़ी रोष रैली निकालेंगे तथा धरने पर बैठ जाएंगे। सरकार पता नहीं किस बात का इंतजार कर रही है, क्योंकि यह कार्य सिर्फ भारत सरकार के माध्यम से ही हो सकता है। लड़कों के माता-पिता पैसा देने को तैयार हैं, लेकिन किसको दें तथा कहां दें। पैसा नहीं दिया गया, तो उन्हें मार दिया जाएगा। क्या सरकार सब कुछ जानते हुए भी कुछ नहीं कर पा रही।

जीवनसंगी की तलाश हैतो आज ही भारत  मैट्रिमोनी पर रजिस्टर करें– निःशुल्क  रजिस्ट्रेशन करे!


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App