बेटियों ने फिर बढ़ाई हिमाचल की शान

By: Apr 25th, 2018 12:03 am

जमा दो की मैरिट के 80 स्थानों में 48 पर कुडि़यां, 32 स्थान ही हासिल कर पाए लड़के

धर्मशाला— हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा घोषित जमा दो की सभी संकायों की वार्षिक परीक्षाओं में एक बार फिर से देवभूमि की बेटियों की बल्ले-बल्ले हो गई है। जमा दो के आर्ट्स, कॉमर्स और साइंस में मैरिट के कुल 80 स्थानों में 48 में कुडि़यों ने बाजी मारी है, जबकि लड़कियों के हिस्से में मात्र 32 ही स्थान आ पाए हैं। इतना ही नहीं प्रदेश भर में कॉमर्स और आर्ट्स में नंबर वन भी लड़कियां ही रही हैं, जबकि मात्र साइंस में ही लड़के छाए रहे हैं। लड़कों को इस बार बेटियों ने कॉमर्स और आर्ट्स की टॉपर लिस्ट से पूरी तरह से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। मात्र साइंस ही ऐसी स्ट्रीम रही है, जहां लड़के अपनी लाज बचाते हुए 40 में से 23 में अपना स्थान बना पाए हैं। वहीं आर्ट्स विषय के परिणाम में 17 में से 14 में लड़कियां मात्र तीन स्थान पर ही लड़के काबिज हो पाए हैं। हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला ने मंगलवार को जमा दो के सभी विषयों का परिणाम एक साथ घोषित किया। आर्ट्स में प्रदेश भर में पहला स्थान जिला हमीरपुर के एमएससी सीनियर सकैंडरी स्कूल सुजानपुर टीहरा की अक्षमा ठाकुर ने 479 अंक प्राप्त कर किया है। दूसरे स्थान पर भी जिला चंबा के महर्षि दयानंद आदर्श विद्यालय चंबा की छात्रा गरिमा महाजन 477 रही है। इसके अलावा कॉमर्स के कुल 23 टॉपरों में से 17 में लड़कियां छाई हुई है, जबकि मात्र छह ही स्थान लड़कों को मिल पाए हैं। कॉमर्स विषय में भी प्रदेश भर में पहले दो स्थानों पर बेटियों ने ही बाजी मारी है। इसमें सिरमौर जिला के राजकीय सीनियर सकेंडरी स्कूल सराहन की सैजल अरोड़ा ने 483 अंक के साथ पहले और जिला सिरमौर की ही कैरियर अकादमी सीनियर सेकेंडरी स्कूल नाहन की प्राची चौहान ने 481 अंक लेकर दूसरा स्थान प्राप्त किया है। इसके अलावा साइंस विषय में कुल 40 टॉपरों में से 23 में लड़कों ने बाजी मारी है।

आंकड़ों पर नजर

प्रदेश की बेटियों ने लड़कों को जमा दो के परीक्षा परिणाम में बुरी तरह से पछाड़ा है। जमा दो में सभी संकायों में कुल छात्राओं 46439 में से 34406 ने परीक्षा पास की है, जबकि जमा दो के कुल बॉयज छात्र 51335 में से 34215 ही पास हो पाए हैं। छात्राआें ने पास प्रतिशत में भी छात्रों को पीछे छोड़ दिया है।

राजीव शंकर अध्यक्ष, शिक्षा बोर्ड

इस बार के रिजल्ट पर आपकी क्या प्रतिक्रिया है?

बोर्ड अध्यक्ष : इस बार का रिजल्ट शानदार रहा। बच्चों ने खूब मेहनत की है। 70 फीसदी रिजल्ट बता रहा है कि हिमाचल में शिक्षा में गुणात्मक सुधार आया है। अध्यापकों की मेहनत रंग ला रही है।

 बोर्ड परीक्षा में छात्रों की परफार्मेंस पर क्या कहना है?

बोर्ड अध्यक्ष : इस बार बेहतरीन प्रतिस्पर्धा रही है और इसका प्रमाण बोर्ड की मैरिट लिस्ट लंबी होना है। टॉप टेन में 80 मेधावियों का आना कंपीटीशन की कहानी और बच्चों की मेहनत को बयां कर रहा है।

 हिमाचल के बच्चे परीक्षा के दौर में खुद को कैसे साबित कर पाएं?

बोर्ड अध्यक्ष : अन्य राज्यों की तुलना में हिमाचल के छात्रों का प्रदर्शन लाजवाब रहा है। हिमाचली बच्चे परीक्षा का तनाव झेलने और उससे निपटने में सक्षम हैं। सबसे बड़ी बात अब शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार आया है। बोर्ड की ओवरआल मैरिट में 48 लड़कियों और 32 लड़कों की होड़ बता रही है कि हिमाचली प्रतिभा कैसे निखर रही है।

पिछले साल से इस बार आठ फीसदी गिरा रिजल्ट

धर्मशाला— हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड का वार्षिक परीक्षा परिणाम वर्ष 2016 के 78.62 के मुकाबले गिरकर 70.18 फीसदी पहुंच गया है। प्रदेश भर में जमा दो में 98281 छात्रों ने परीक्षा दी, जिनमें से 68621 उम्मीदवार पास हुए हैं। जबकि 13167 छात्र पूरी तरह से फेल घोषित किए हैं, साथ ही 15785 उम्मीदवारों को कंपार्टमेंट घोषित की गई है।  प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के घोषित परिणाम से सरकारी स्कूलों में लगातार गुणवत्ता बढ़ाए जाने के दावे खोखले साबित हो रहे हैं। मार्च 2013 के बोर्ड  द्वारा घोषित परीक्षा परिणाम 65.01, 2014 में 67.10, 2015 में 68.30, वर्ष 2016 में अब तक का सबसे अधिक 78.62 और वर्ष 2017 का परिणाम 72.89 फीसदी रहा था। इस बार मार्च 2018 का घोषित परिणाम 70.18 फीसदी रहा है, जो कि पिछले दो वर्षों के मुकाबले काफी कम है। ऐसे में शिक्षा में गुणवत्ता लाए जाने की बात पर भी सवाल उठ रहे हैं। रिजल्ट का प्रतिशत बढ़ने की बजाय कम होने की तरफ अग्रसर हो रहा है। वहीं इस बार नकल रोकने के लिए प्राइवेट और अति संवेदनशील केंद्रों में लगाए गए सीसीटीवी कैमरे भी कारगर साबित हुए हैं।

26 दिन में ही 98281 छात्रों को एक साथ मिला परिणाम

 धर्मशाला— हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला द्वारा जमा दो के सभी संकायों के वार्षिक परीक्षा परिणाम इस वर्ष मात्र 26 दिनों के भीतर ही घोषित कर दिया गया है। इससे पहले वर्ष 2017 में शिक्षा बोर्ड ने छात्रों का परीक्षा परिणाम मात्र 27 दिनों में परीक्षा परिणाम घोषित किया था। शिक्षा बोर्ड द्वारा इस वर्ष 26 दिनों के भीतर परीक्षा परिणाम घोषित कर प्रदेश के हजारों विद्यार्थियों को राहत प्रदान की है। साथ ही अब विद्यार्थी अपने आगामी भविष्य के लिए उचित योजना बनाकर दाखिला ले सकेंगे। शिक्षा बोर्ड धर्मशाला ने मार्च 2018 में आयोजित जमा दो की परीक्षा परिणाम मात्र 26 दिनों में ही घोषित करके लाखों छात्रों को राहत दी है। जमा दो के आर्टस, सांइस और कॉमर्स का परिणाम बोर्ड ने एक साथ घोषित किया है। शिक्षा बोर्ड के कर्मचारियों ने दिन-रात की मेहनत से जल्द परिणाम मिला है। शिक्षा बोर्ड ने इस बार पिछले वर्ष के मुकाबले एक दिन पहले परिणाम घोषित किया है। इससे पहले वर्ष 2016 में परीक्षा परिणाम 25 अप्रैल को घोषित किया गया था और वर्ष 2017 में भी  25 अप्रैल को ही परिणाम घोषित कर शिक्षा बोर्ड ने बड़ा लक्ष्य अपने नाम किया है।

कब-कब निकले नतीजे

2011 में सात मई को परिणाम घोषित किया गया था। इसके अलावा 2012 में 25 मई को, वर्ष 2013 में छह मई, मार्च 2014 में छह मई को, वर्ष 2015 में 30 अप्रैल, वर्ष 2016 में 25 अप्रैल, वर्ष 2017 में 25 अप्रैल तथा इस वर्ष 24 अप्रैल को शिक्षा बोर्ड ने जमा दो कक्षा के सभी संकायों का परीक्षा परिणाम घोषित किया है।

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