वाइट सीमेंट के खिलाफ नौहराधार ‘लाल’

By: Apr 27th, 2018 12:07 am

नाहन – जिला सिरमौर के नौहराधार में प्रस्तावित हिमाचल के पहले व्हाइट सीमेंट प्लांट पर स्थापना से पूर्व ही संकट के बादल मंडराने शुरू हो गए हैं। गुरुवार को नौहराधार क्षेत्र की एक दर्जन से अधिक पंचायतों की सैकड़ों महिलाएं चूड़ेश्वर पर्यावरण संघर्ष महिला समिति के बैनर तले एफसीआई अरावली जिपस्म एवं मिनरल इंडिया लिमिटेड के सफेद सीमेंट कारखाने के खिलाफ सड़कों पर उतरीं। इस दौरान महिलाओं ने रैली निकालकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान महिलाओं ने देवामानल पंचायत से नौहराधार में लगने वाले व्हाइट सीमेंट प्लांट के विरोध में करीब नौ किलोमीटर पैदल मार्च किया। रैली का आयोजन पूर्ण रूप से शांतिपूर्ण तरीके से किया गया तथा सैकड़ों महिलाओं ने हाथ में बैनर व पट्टिकाएं उठाकर नौहराधार बाजार में रोष स्वरूप रैली निकाली। इस दौरान सैकड़ों महिलाओं ने मांग की कि नौहराधार में लगने वाले व्हाइट सीमेंट प्लांट लगने से नौहराधार व आसपास के क्षेत्रों में खेती, पशुपालन, बागबानी, पर्यावरण पर होने वाले दुष्प्रभाव से एक संकट पैदा हो जाएगा। नौहराधार पंचायत की प्रधान शांता देवी, बीडीसी सदस्य बेलमंती पुंडीर, पूर्व प्रधान नारदा देवी, नौहराधार महिला मंडल की प्रधान पूर्णिमा चौहान, देवामानल महिला मंडल की प्रधान बीना, शांतिनगर महिला मंडल प्रधान यशोदा पुंडीर, शठारना महिला मंडल की प्रधान सरोज देवी आदि दर्जनों महिलाओं ने विरोध जताते हुए कहा कि यदि नौहराधार में व्हाइट सीमेंट प्लांट लगता है, तो इससे जहां चूड़धार सेंक्चुरी के हजारों की संख्या में पशु-पक्षियों को खतरा पैदा हो जाएगा। वहीं, सामाजिक सुरक्षा व स्वास्थ्य पर भी गंभीर असर पड़ेगा। इसके अलावा क्षेत्र की सैकड़ों बीघा भूमि बंजर हो जाएगी तथा नौहराधार व आसपास के क्षेत्रों में पेयजल संकट पैदा हो जाएगा। साथ ही क्षेत्र की सैकड़ों बीघा कृषि भूमि पर भी संकट के बादल मंडराएंगे। रैली के माध्यम से महिलाओं ने स्पष्ट तौर पर निर्णय लिया कि किसी भी निर्णय पर क्षेत्र की हजारों लोगों की आबादी को प्रभावित करने वाले सीमेंट प्लांट की स्थापना नौहराधार में नहीं होने दी जाएगी तथा सरकार इस बारे में तुरंत पुनर्विचार करे। इस दौरान सैकड़ों महिलाओं ने यह भी चेतावनी दी कि यदि सरकार ने इस विषय पर गंभीरता से निर्णय नहीं लिया तो क्षेत्र के हजारों लोग एकजुट होकर इसका विरोध करने सड़कों पर उतरेंगे। रैली के पश्चात महिलाओं ने स्थानीय तहसीलदार के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भेजा, जिसमें सरकार से मांग की गई है कि नौहराधार में व्हाइट सीमेंट प्लांट के प्रस्ताव को खारिज किया जाए। ज्ञापन में कहा गया है कि इस क्षेत्र के किसान कृषि, बागबानी, दुग्ध उत्पादन व पशुपालन से जुड़े हुए हैं। ऐसे में सीमेंट कारखाना लगने से हजारों की आबादी तथा नौहराधार की दस पंचायतों के अलावा संगड़ाह व पच्छाद तहसील की दर्जनों पंचायतों पर इसका असर पड़ेगा। ज्ञापन चूड़ेश्वर पर्यावरण संरक्षण महिला संघर्ष समिति नौहराधार की अध्यक्ष लक्ष्मी चौहान के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजा गया है।

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