हफ्ते  का खास दिन

By: Apr 22nd, 2018 12:05 am

सचिन तेंदुलकर जन्मदिन 24 अप्रैल

सचिन तेंदुलकर क्रिकेट इतिहास में विश्व के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक हैं। उनके प्रशंसक तो उन्हें क्रिकेट का भगवान भी कहते हैं। सचिन तेंदुलकर ने टेस्ट व एकदिवसीय क्रिकेट, दोनों में सर्वाधिक शतक लगाए हैं। इसके साथ ही वह टेस्ट व वनडे क्रिकेट में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज भी हैं। सचिन विश्व के एकमात्र खिलाड़ी हैं, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 100 शतक लगाए हैं। क्रिकेट जगत में अपने योगदान के लिए सचिन तेंदुलकर को राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार एवं पद्म विभूषण से भी सम्मानित किया जा चुका है। उनके प्रशंसक उन्हें प्यार से लिटिल मास्टर व मास्टर ब्लास्टर कह कर बुलाते हैं। उनका जन्म 24 अपै्रल, 1973 को मुंबई में सारस्वत ब्राह्मण परिवार में हुआ था। सचिन का नाम उनके पिता रमेश तेंदुलकर ने संगीतकार सचिन देव बर्मन के नाम पर रखा था। रमाकांत आचरेकर के निर्देशन में अल्पायु में ही सचिन ने क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था। सचिन ने क्रिकेट की दुनिया में सन् 1989 में पाक के खिलाफ खेले गए मैच में पदार्पण किया था। आज वह क्रिकेट की दुनिया में एक किवदंती से कम नहीं हैं। सचिन विश्व के एकमात्र खिलाड़ी हैं जिसने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 100 शतक लगाए हैं। सचिन राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित एकमात्र क्रिकेट खिलाड़ी हैं। वे सन् 2008 में पद्म विभूषण से भी पुरस्कृत किए जा चुके हैं।

एकदिवसीय मैचों में भी उन्हें कुल सर्वाधिक रन बनाने का कीर्तिमान प्राप्त है।  सचिन को 16 नवंबर, 2013 शनिवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहते ही भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न के लिए भी चुन लिया गया। वह इस प्रतिष्ठित सम्मान के लिए चुने जाने वाले पहले खिलाड़ी हैं। 1988 में स्कूल के एक हॅरिस शील्ड मैच में विनोद कांबली के साथ खेलते हुए 664 रन की भागीदारी बनाकर स्कूल क्रिकेट में विश्व कीर्तिमान स्थापित किया। इस धमाकेदार जोड़ी के अद्वितीय प्रदर्शन के कारण एक गेंदबाज तो रो ही दिया और विरोधी पक्ष ने मैच आगे खेलने से इनकार कर दिया। सचिन ने इस मैच में 320 रन और प्रतियोगिता में हजार से भी ज्यादा रन बनाए। युवाकाल में तेंदुलकर घंटों अपने कोच के साथ अभ्यास करते थे। उनके कोच स्टंप्स पर एक रुपए का सिक्का रख देते, और जो गेंदबाज सचिन को आउट करता, वह सिक्का उसी को मिलता था। और यदि सचिन बिना आउट हुए पूरे समय बल्लेबाजी करने में सफल हो जाते, तो यह सिक्का उन्हें मिलता था। सचिन के अनुसार उस समय उनके द्वारा जीते गए 13 सिक्के आज भी उन्हें सबसे ज्यादा प्रिय हैं। सचिन ने अपना पहला प्रथम श्रेणी क्रिकेट मैच मुंबई के लिए 14 वर्ष की उम्र मे खेला। सचिन ने अंतरराष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण 15 नवंबर, 1989 को पाकिस्तान के खिलाफ  कराची में किया तथा सचिन ने अपना पहला एकदिवसीय क्रिकेट मैच भी पाकिस्तान के खिलाफ 18 दिसंबर, 1989 को खेला। टेस्ट क्रिकेट में 51 शतक बनाकर उन्होंने सुनील गावस्कर, डॉन ब्रेडमैन और विवियन रिचर्ड्स जैसे क्रिकेट के पूर्व महारथियों के स्थापित कीर्तिमान तोड़ दिए।

सम्मान और पुरस्कार

16 नवंबर, 2013 को मुंबई में सचिन के क्रिकेट से संन्यास लेने के संकल्प के बाद ही भारत सरकार ने भी देश के सबसे बड़े नागरिक सम्मान भारत रत्न देने की आधिकारिक घोषणा कर दी। 40 वर्ष की आयु मे इस सम्मान को प्राप्त करने वाले वह सबसे कम उम्र के व्यक्ति और सर्वप्रथम खिलाड़ी हैं। गौरतलब है कि इससे पहले यह सम्मान खेल के क्षेत्र में नहीं दिया जाता था। सचिन को यह सम्मान देने के लिए पहले नियमों में बदलाव किया गया था।

1997-98 में राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित पहले क्रिकेट खिलाड़ी हैं।

सन् 2008 में पद्म विभूषण से भी सम्मानित किए जा चुके हैं।

1994 में अर्जुन पुरस्कार के सम्मान से भारत सरकार द्वारा सम्मानित हैं।

1999 में पद्म श्री, भारत के चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से भी पुरस्कृत हैं।

2001 में महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार, महाराष्ट्र राज्य के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार

2013 भारतीय डाक ने सचिन तेंदुलकर का एक डाक टिकट जारी किया और वह मदर टेरेसा के बाद दूसरे भारतीय बने जिनके लिए ऐसा डाक टिकट उनके अपने जीवनकाल में जारी किया गया।

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