धूल फांक रहीं 19 इलेक्ट्रिक बसें
कुल्लू -रोहतांग में पर्यावरण प्रदूषण को रोकने के उद्देश्य से एनजीटी के आदेश पर प्रदेश सरकार ने इलेक्ट्रिक बसें तो खरीद ली हैं, लेकिन प्रदेश के कमाऊपूत डिपो को मिली अधिकतर इलेक्ट्रिक बसें तीन महीनों से धूल फांक रही हैं। रोहतांग के लिए इलेक्ट्रिक बस सेवा देने में अभी सरकार असमर्थ दिख रही है। हालांकि मढ़ी तक पर्यटकों को भेजा जा रहा है, लेकिन पर्यटक इलेक्ट्रिक बसों का सफर नहीं कर पा रहे हैं। रोहतांग जैसे पर्यटन स्थलों पर बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए इलेक्ट्रिक बसों की सरकार ने खरीद की और जिला कुल्लू के लिए 25 बसें खरीदी गईं। करीब तीन महीनें पहले ये बसें कुल्लू में पहुंचा दी गईं, लेकिन हैरानी की बात है कि इन 25 बसों में से हिमाचल पथ परिवहन निगम कुल्लू डिपो प्रबंधन अभी तक छह बसों को चला पाया है, जिसमें मनाली-कुल्लू, मंडी, मणिकर्ण, भुंतर के लिए बसें चलाई जा रही हैं, जबकि 19 बसें ऐसी हैं, जिन्हें निगम उपलब्ध होने के तीन महीने बाद भी नहीं चला पाया है, जिस कारण सरकार को एक दिन में काफी नुकसान हो रहा है। बता दें कि प्रदेश सरकार धर्मशाला में भी इलेक्ट्रिक बसें चलाने की योजना बनाए हुए है। हैरानी की बात यह है कि कुल्लू डिपो को 25 इलेक्ट्रिक बसें उपलब्ध हो पाई हैं, लेकिन अभी तक सरकार ने खड़ी बसों को चलाने की अनुमति निगम प्रबंधन को नहीं दी है। बता दें कि जिला कुल्लू 25 इलेक्ट्रिक बसों में से चार बसें मनाली-कुल्लू के बीच चलाया जा रहा है, जबकि एक रूट मणिकर्ण और एक मंडी के लिए चलाया जा रहा है, जिसमें दो बसें लगाई गई हैं। बाकी 19 बसें परिवहन निगम के कुल्लू और मनाली स्थित पार्किंग में तीन महीनों से खड़ी कर शोपीस बनी हुई हैं। इलेक्ट्रिक बसों में सफर करने के लिए जहां देशी-विदेशी पर्यटक काफी खुश नजर आ रहे हैं। वहीं, जिलावासी भी इलेक्ट्रिक बसों में सफर करने के लिए बडे़ बेताब हैं।
अपने सपनों के जीवनसंगी को ढूँढिये भारत मैट्रिमोनी पर – निःशुल्क रजिस्ट्रेशन!
Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also, Download our Android App