धू-धू जल रहे सरकार के दावे

By: May 24th, 2018 12:11 am

धर्मशाला —गर्मियों के मौसम में हर साल की तरह ही इस बार भी जंगल दहक रहे हैं। जंगलों की ओर बढ़ते शहरों के कारण अब तो जंगलों की आग की चपेट में वाहन भी आने लगे हैं। हर दिन ऐसी खौफनाख घटनाएं हो रही हैं। न तो आग की घटनाओं को रोकने के लिए लोग जागरूक हो पाए हैं और न ही विभागीय स्तर पर कोई ऐसे काम हो पाए हैं, जिससे  आग की बढ़ती घटनाओं को रोका जा सके। पूर्व में जंगलों की आग का प्रमुख कारण पशु चारा तैयार करना माना जाता था, लेकिन अब तो लोगों ने पशु पालने भी कम कर दिए हैं। बावजूद इसके आग लगने की घटनाओं में कमी होने के बजाय ये बढ़ रही हैं। प्रदेश के सबसे बड़े जिला में हर दिन आगजनी के दर्जनों मामले सामने आ रहे हैं। बावजूद इसके व्यवस्थाएं पुराने ढर्रे पर ही चल रही हैं। आगजनी की घटनाओं को रोकने के लिए वन विभाग फायर लाइन और फायर पाथ से आगे नहीं बढ़ पाया है।

…पहले लोग भी करते थे मदद, अब सिर्फ फोन

वन मंडल अधिकारी धर्मशाला प्रदीप भारद्वाज का कहना है कि गर्मियों का सीजन शुरू होने से पहले ही विभाग द्वारा जंगलों में आग पर काबू पाने के लिए फायर लाइन व  फायर पाथ को साफ किया जाता है। उनका कहना है कि पूर्व में  जन सहयोग अधिक रहता था, लेकिन अब लोग विभाग को फोन करने के आगे सहयोग नहीं करते हैं।

चीड़ के पेड़ों से आग का ज्यादा खतरा

शहीद स्मारक के निकट हर साल अगजनी की घटना होती है। यहां चीड़ के पेड़ होने के चलते गर्मियों में हर साल  आसपास की दुकानों एवं घरों को खतरा बनता है। बावजूद इसके प्रशासन व विभाग के पास पुराने ढर्रे से आगे निकलने के कोई प्रयास नहीं हो पाए हैं।

अपना सही जीवनसंगी चुनिए| केवल भारत मैट्रिमोनी पर-  निःशुल्क  रजिस्ट्रेशन!


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App