कुछ आवाज आई… और बस खाई में

By: Jun 2nd, 2018 12:08 am

ठियोग-छैला रोड पर हुए हादसे के घायलों ने बताई आपबीती

ठियोग  – शिमला से शरौंथा टिक्कर जा रही एचआरटीसी बस शिमला से सुबह के समय करीब साढ़े छह बजे चली थी, जिसके बाद करीब सवा आठ बजे यह दुर्घटना स्थल पर पहुंची। जहां पर एक मोड़ पर बस सीधे नीचे खाई में जा गिरी। बस में बैठे कुछ यात्रियों का कहना था कि हादसे से पहले बस में कुछ आवाज आई, जिसके बाद यह मोड़ न काटकर सीधे नीचे खाई में जा गिरी, जिससे इसमें सवार नौ लोगों की मौत हो गई। मृतकों के परिवारजनों को फौरी राहत के तौर पर प्रशासन व एचआरटीसी की ओर से 25-25 हजार की राशि दी गई है, जबकि घायलों को एक लाख 31 हजार दिए गए हैं। ठियोग हाटकोटी सड़क पर शुक्रवार सुबह करीब सवा आठ बजे एचआरटीसी की एक बस के खाई में गिर जाने के कारण दुर्घटना में नौ यात्रियों की मौत हो गई है, जबकि 19 अन्य घायल हैं। घायलों का इलाज शिमला के आईजीएमसी में चल रहा है। मिली जानकारी के अनुसार शिमला से टिक्कर शरौंथा जा रही एचआरटीसी की बस नंबर (एचपी3बी-6205) के चेतू ढाबे के पास सड़क से नीचे करीब डेढ़ सौ मीटर गिर जाने के कारण इस दुर्घटना में पांच लोगों ने मौके पर दम तोड़ दिया था, जबकि दो अन्य की ठियोग अस्पताल में मौत हो गई। इसके अलावा एक यात्री ने शिमला आईजीएमसी में दम तोड़ा है। सड़क दुर्घटना की सूचना मिलते ही सबसे पहले बघारौ, गजेड़ी, भौत, खोलगली, सनाई छैला आदि से बड़ी संख्या में लोग दुर्घटनास्थल पर पहुंचे। इसके बाद पुलिस को इसकी सूचना मिलने से ठियोग से पुलिस होमगार्ड फायर ब्रिगेड आदि के कर्मचारी मौके पर पहुंचे, जबकि प्रशासन की तरफ से एसडीएम ठियोग मोहन दत्त शर्मा, एसएचओ ठियोग हुकम सिंह के अलावा जुब्बल कोटखाई के विधायक नरेंद्र बरागटा, ठियोग के विधायक राकेश सिंघा, एपीएमसी के चेयरमैन नरेश शर्मा के अलावा कई अन्य लोग मौके पर थे। बस दुर्घटना के बाद बचाव कार्य में तेजी लाते हुए घायलों को करीब आधे घंटे में ही सिविल अस्पताल ठियोग लाया जा चुका था जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें आईजीएमसी के लिए रैफर कर दिया गया था।

दोषियों के खिलाफ  जांच की मांग

ठियोग के विधायक राकेश सिंघा ने हादसे पर दुख प्रकट करते हुए ठियोग में प्रेस वार्ता में कहा कि बार-बार हो रहे सड़क हादसों के लिए प्रदेश सरकार जिम्मेदार है। उन्होंने ठियोग बस हादसे को लेकर कहा कि सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में जीरो बुक वैल्यू की बसें चला रही है, जिससे हादसे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि बस हादसे में जो भी दोषी अधिकारी हैं, उनके खिलाफ  कार्रवाई हो। उन्होंने मृतकों को दी जाने वाली फौरी राहत राशि को भी बढ़ाने की मांग की है।

ऊपरी शिमला में खुले ट्रॉमा सैंटर

जुब्बल कोटखाई के विधायक पूर्व बागबानी मंत्री नरेंद्र बरागटा ने बस हादसे को लेकर शुक्रवार को ठियोग में प्रदेश सरकार से मांग करते हुए कहा कि जिला के ऊपरी क्षेत्रों में कहीं पर भी ट्रॉमा सेंटर खोलने की आवश्यकता है। क्योंकि इन क्षेत्रों में लगातार हादसे बढ़ रहे हैं और सुविधाएं न होने के कारण लोगों को अपनी जानें गंवानी पड़ती हैं।

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