पहाड़ों के पीछे भी एक दुनिया बसती है

By: Jun 4th, 2018 12:05 am

रामपुर बुशहर —नाजुक पहाड़ों के पीछे भी एक दुनिया बसती है। इन पंक्तियों को न्यायधीश अजयमोहन गोयल ने एशिया की सबसे बड़ी भूमिगत 1500 मेगावाट की नाथपा झाकड़ी परियोजना को देखने के बाद विजिटर बुक में अंकित की। यहां पहुंचने पर परियोजना के प्रमुख संजीव सूद ने उनका स्वागत किया। इस मौके पर परियोजना के अधिकारी पीसी नेगी भी मौजूद रहे। इस दौरान न्यायधीश के परिजन भी मौजूद रहे। यहां पहुंचने पर उन्होंने सबसे पहले प्रोजेक्ट के भूमिगत बने पॉवरहाऊस का दौरा किया। जहां पर उन्हें एक लंबी सुरंग ले गई। न्यायधीश व अन्य जमीन से तीन मंजिल नीचे बने पॉवर हाऊस में पहुंचे। उनके साथ जीएम संजीव सूद भी मौजूद रहे। उन्होंने न्यायधीश को पॉवर हाऊस की हर बारिकी से रूबरू करवाया। उन्हें वहां भी ले जाया गया जहां पर टरबाईनों के घूमने से बिजली तैयार होती है।  पॉवर हाऊस में बनी हर चीज को न्यायधीश ने बारिकी से परखा और अचंभा जताया कि नाजूक पहाड़ों के पीछे भी ऐसा कुछ हो सकता है। जमीन के अंदर भी इस तरह की दुनिया की कोई कल्पना भी नहीं कर सकता। उन्होंने इंजीनियरों के इस कार्य की खूब सराहना की। पूरा प्रोजेक्ट घूमने के बाद उन्होंने विजिटर बुक में अपने शब्द भी अंकित किए।

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