सूर्यदेव पी गए बीबीएन का पानी

By: Jun 1st, 2018 12:05 am

 बीबीएन -औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन में गर्मी प्रकोप बढ़ने के साथ ही पेयजल की समस्या विकराल होने लगी है, हालात यह हैं कि गर्मियों के इस मौसम में आईपीएच विभाग की 21 स्कीमें सूखने के कगार पर पहुंच गई हैं। इनमें से ज्यादातर स्कीमों में भू-जलस्तर 75 फीसदी तक कम हो गया है। पेयजल योजनाओं में लगातार गिरते जलस्तर की वजह से दून व नालागढ़ विस क्षेत्र के पहाड़ी इलाकों में पेयजल किल्लत सताने लगी है।  बताते चलें कि प्रदेश के प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन में जहां गर्मी ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है, यहां पारा 45 डिग्री के पार जा चुका है जिससे जहां जनता गर्मी से त्राहि-त्राहि तक कर रही है,वहीं क्षेत्र के पेयजल स्रोत भी सूखने के कगार पर आ गए हैं। वहीं कृषि पर भी इसका असर देखने को मिल रहा है। उपमंडल नालागढ़ के ग्रामीण क्षेत्रों व शहरी इलाकों में मई महीने में ही पेयजल की किल्लत सताने लग गई है, पेयजल योजनाओं में गिरते जलस्तर से पेयजल आपूर्ति खासी प्रभावित हुई है, नतीजतन लोगों को पेयजल के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में इनसानों के साथ-साथ मवेशियों के लिए भी पानी की खासी कमी दर्ज की गई है।  प्रदेश के प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन में जहां गर्मी अपना रौद्र रूप दिखा रही है वहीं क्षेत्र की पेयजल योजनाएं आंफने लगी है। ये योजनाएं ग्रेविटी उठाऊ एवं भूमिगत जल स्तर से चल रही है। इससे यह जाहिर हो रहा है कि भूमिगत का जलस्तर नीचे जा रहा है। करीब 21 पेयजल योजनाओं का जलस्तर 75 फीसदी तक कम हुआ है।  दून व नालागढ़ क्षेत्र की 21 पेयजल योजनाएं ज्यादा प्रभावित हुई है इनमें पट्टा ताल, पट्टा फेस-1, सेरी प्रतापपुर, एलडब्ल्यूएसएस जोहड़ जी, कंडोल तुजार, कैंथा चढ़यार, कथलोह-तुजार, खरोटा जमलापुर, मित्तियां बेहली, जगर, बेहली, बौंटा, जागली सहित अन्य शामिल है जिनका जलस्तर करीब 50 से 75 फीसदी कम हुआ है। इसके अतिरिक्त पांच स्कीमें ऐसी है जिनमें 25 से 50 प्रतिशत जलस्तर कम हुआ है। विभाग की टीम ने इन योजनाओं का सर्वे कर इसकी रिपोर्ट आलाधिकारियों को दी है। यहां बता दें कि नालागढ़ मंडल में करीब 170 पेयजल व 154 सिंचाई योजनाएं है।  इस बार समय पर बारिश न होने से कई पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई है विभाग ने जनता से पानी को व्यर्थ न गंवाने की अपील की है। आईपीएच डिवीजन नालागढ़ के तहत औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन में पानी के करीब 21 हजार से अधिक कनेक्शन है, जिनमें घरेलू व व्यावसायिक शामिल हैं। शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति आईपीएच विभाग की करता है। लोगों को पेयजल की किल्लत न हो, इसके लिए विभाग ने पानी के नए कनेक्शन फिलहान रोक दिए है। वहीं पानी का दुरुपयोग करने वालों पर भी विभाग द्वारा शिकंजा कसा जा रहा है।

क्या कहते हैं अधिशाषी अभियंता

सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग के अधिशाषी अभिंयता विजय ढड़वालिया ने बताया कि बीबीएन क्षेत्र की 21 पेयजल योजनाओं में जलस्तर कम हुआ है, उन्होंने कहा कि लगातार स्कीमों का जलस्तर गिरने के बावजूद विभाग हर संभव कोशिश कर रहा है कि जनता को पेयजल समय पर मुहैया करवाया जा रहा है।

जनता को राहत के लिए लगाए नौ टैंकर

आईपीएच विभाग ने दून व नालागढ़ हलके में पेयजल की ज्यादा किल्लत वाले इलाकों में जनता को राहत देने के लिए पानी के टैंकरों से पेयजल की आपूर्ति शुरू कर दी है। दून हलके के तहत पेयजल किल्लत से सबसे ज्यादा प्रभावित पटटा क्षेत्र में छह पेयजल टैंकों से पेयजल की कमी को पुरा करने का प्रयास किया जा रहा है,इसके अलावा नालागढ़ विस क्षेत्र के मित्तिया, बैहली, जागली बाैंटा बहली क्षेत्र में पेयजल की किल्लत को दूर क रने के लिए विभाग ने तीन टैंकर लगाए गए है। आईपीएच विभाग के अधिशाषी अभियंता विजय ढड़वालिया ने बताया कि विभाग पूरे प्रयास कर रहा है कि  पेयजल किल्लत से प्रभावित क्षेत्रों की जनता को टैंकरों के जरिए पेयजल मुहैया करवाया जाए।

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