हिमाचल पानी-पानी

By: Jun 29th, 2018 12:08 am

ऊना में सबसे ज्यादा 91 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड, पूरे प्रदेश में मानसून सक्रिय

शिमला — हिमाचल प्रदेश के सिरमौर, सोलन, ऊना और बिलासपुर जिलों के शेष भागों में भी दक्षिणी-पश्चिमी मानसून गुरुवार को सक्रिय हो गया और ऊना में सबसे ज्यादा 91 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की गई। यहां कई घरों और दुकानों में पानी भरने की सूचना है और कई अधिकारियों के घर भी पानी से लबालब हो गए। मौसम विभाग द्वारा जारी चेतावनी के तहत राज्य के शिमला, मंडी, कुल्लू, चंबा, सोलन, सिरमौर के एक-दो स्थानों पर 30 जून से दो जुलाई तक प्रचंड आंधी के साथ मूसलाधार बारिश होगी। राज्य के मैदानी इलाकों में भी दो जुलाई को भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है, जबकि राज्य के लाहुल-स्पीति, किन्नौर, चंबा, कुल्लू, मंडी जिलों के ऊपरी क्षेत्रों में भी इस दौरान अनेक स्थानों पर बारिश की उम्मीदें जताई जा रही हैं। राज्य में चार जुलाई तक मौसम खराब बना रहेगा। प्रदेश में गुरुवार को  कई स्थानों पर मानसून की बौछारें जमकर बरसीं। मूसलाधार बारिश से जहां लोगों को प्रचंड गर्मी से राहत मिली है, वहीं बारिश से प्राकृतिक पेयजल स्रोतों के चार्ज होने के साथ नदी-नालों का जलस्तर भी बढ़ गया है। लंबे ड्राई स्पैल के बाद हो रही झमाझम बारिश से लोगों ने राहत की सांस ली है। बारिश से अधिकतम तापमान सहित न्यूनतम तापमान में भी गिरावट आई है। अधिकतम तापमान में एक से पांच डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई है, वहीं न्यूनतम तापमान भी एक से दो डिग्री तक लुढ़का है। बारिश से प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। केलांग का न्यूनतम तापमान लुढ़क कर 9.7 डिग्री तक पहुंच गया है, जिसमें बीते रोज के मुकाबले दो डिग्री गिरावट दर्ज की गई है। इसके अलावा ऊना, डलहौजी में पांच, कांगड़ा में चार, सोलन, धर्मशाला में तीन डिग्री तक तापमान लुढ़का है। सुंदरनगर, भुंतर, कल्पा, बिलासपुर और हमीरपुर के अधिकतम तापमान में बीते रोज के मुकाबले हल्की बढ़ोतरी आंकी गई है। मौसम विभाग के निदेशक डा. मनमोहन सिंह ने बताया कि राज्य के मध्य पर्वतीय क्षेत्रों में 30 जून से दो जुलाई तक मूसलाधार बारिश होगी। मैदानी इलाकों में भी दो जुलाई को एक-दो स्थानों पर भारी बारिश होगी।


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