राहुल गांधी करें लीड कांग्रेस पार्टी बने रीढ़

By: Jul 30th, 2018 12:05 am

कोलकाता— जैसे-जैसे 2019 का लोकसभा चुनाव नजदीक आता जा रहा है, भाजपा से मुकाबले के लिए कांग्रेस और क्षेत्रीय दलों के बीच गठबंधन की कोशिशें भी तेज होती दिख रही हैं। इसी बीच, नेशनल कान्फ्रेंस के नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि अगर 2019 में भाजपा को केंद्र की सत्ता से बेदखल करना है तो राहुल गांधी को सामने आना ही होगा। उन्होंने साफ कहा कि भाजपा से मुकाबले के लिए कांग्रेस को विपक्षी एकता की रीढ़ बनना होगा। हालांकि उन्होंने क्षेत्रीय नेताओं की भूमिका को भी महत्त्वपूर्ण बताते हुए कहा कि उन्हें भी अपने-अपने राज्यों में मजबूत रहना होगा। उमर ने कहा कि कांग्रेस को ही विपक्ष की धुरी बनना होगा क्योंकि कई राज्यों में उसका सीधा मुकाबला भाजपा से होगा और अंत में उसे ही सबसे ज्यादा सीटें लानी होंगी। अंत में आपको 272 सीटें लानी ही हैं और क्षेत्रीय पार्टियां यह नहीं कर सकती हैं। अगर केंद्र में गैर-भाजपा सरकार बनानी है तो कांग्रेस को अकेले कम से कम 100 सीटें लानी ही होंगी। राहुल गांधी को संयुक्त विपक्ष का चेहरा बनाने के सवाल पर उमर अब्दुल्ला ने कहा कि विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी के अध्यक्ष होने के नाते राहुल को ही इस अभियान की अगवाई करनी चाहिए। हालांकि, सोनिया गांधी यूपीए की चेयरपर्सन हैं, इसलिए उन्हें भी 2019 में जमकर प्रचार करना चाहिए। राहुल की नेतृत्व क्षमता के सवाल पर उमर ने कर्नाटक में कांग्रेस द्वारा सरकार बनाए जाने का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने काफी परिपक्वता दिखाई है। वह कांग्रेस के अध्यक्ष हैं, अगर किसी को भी उनकी क्षमता पर सवाल उठाने होंगे तो वह कांग्रेस से होगा, अगर उनकी पार्टी को कोई समस्या नहीं है तो किसी और को क्यों होगी? क्षेत्रीय पार्टियों की भूमिका पर उन्होंने कहा कि बंगाल में ममता बनर्जी, बिहार में लालू यादव, यूपी में अखिलेश यादव और मायावती और तमिलनाडु में करुणानिधि और एमके स्टालिन भाजपा को चुनाती देंगे। अपनी देशव्यापी उपस्थिति के साथ कांग्रेस इनका सहयोग करेगी और मिलकर लड़ाई को मजबूत करेगी।


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