रोहतांग टनल की टेक्नोलॉजी…कर देगी दंग

By: Jul 9th, 2018 12:20 am

केलांग— चार हजार करोड़ रुपए से बन रही रोहतांग सुरंग के हर 250 मीटर पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। यही नहीं सुरंग के हरेक किलोमीटर पर गाडि़यों के पार्क करने की भी व्यवस्था होगी। इसके सुरंग के भीतर हवा की गुणवत्ता जांचने के लिए विशेष मशीनें लगाई जाएंगी, जिसके माध्यम से रोहतांग टनल के अंदर ऑक्सिजन की कमी नहीं होने दी जाएगी। यहां विदेशों से लाई जाने वाली मशीनों को टनल के भीतर लगाया जाएगा, जिसमें लगे सेंसर हर पल की जानकारी टनल के कंट्रोल रूम को भेजेंगे और बताएंगे कि टनल के भीतर गाडि़यों के धुएं से कौन-कौन सी गैस बन रही है या हवा का दबाव कैसा है और ऑक्सिजन कितनी है। इसका डाटा मिलते ही व ऑक्सिजन की कमी बताते ही मशीनें सीधे टनल के बाहर लगे प्लांट से टनल के भीतर ऑक्सिजन की सप्लाई शुरू कर देंगी। यह देश की पहली ऐसी सुरंग है, जिसमें एमर्जेंसी टनल साथ में नहीं, बल्कि सुरंग के नीचे टनल बनाई गई है। रोहतांग सुरंग के हर 500 मीटर पर एस्केप गेट लगाए गए हैं, जिनके माध्यम से अपातकाल में एमर्जेंसी टनल में प्रवेश किया जा सकता है। 8.8 किलोमीटर लंबी इस सुरंग के निर्माण पर अब तक करीब दो हजार करोड़ से ज्यादा पैसा खर्च हो चुका है और टनल का निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। रोहतांग टनल बनने से लोगों को लाहुल पहुंचने के लिए 48 किलोमीटर का सफर कम करना पड़ेगा। महज आधे घंटे के भीतर व्यक्ति लाहुल की सीमा से कुल्लू में प्रवेश करेगा। बीआरओ द्वारा तैयार करवाई जा रही रोहतांग टनल का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है और रक्षा मंत्रालय के इस महत्त्वपूर्ण प्रोजेक्ट को अंजाम तक पहुंचाया जा रहा है। मनाली के धुंधी से बनाई जा रही रोहतांग टनल का करीब 75 फीसदी कार्य हो चुका है और 25 फीसदी कार्य को अंजाम देने में बीआरओ दिन-रात जुटा हुआ है।

लाहुल-स्पीति की किस्मत बदलेगी

रोहतांग टनल  बनने के बाद जहां लाहुल-स्पीति की किस्मत बदल जाएगी, वहीं इस घाटी में पर्यटन करोबार भी काफी बढ़ जाएगा। ऐसे में जहां कबायली रोहतांग टनल के बनने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, वहीं इंजीनियर्ज भी टनल के निर्माण कार्य में नई-नई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर इसे पूरी तरह आधुनिक बना रहे हैं। रोहतांग टनल के भीतर जहां सेरी नाले के पानी के रिसाव को चैनेलाइज करने का फार्मूला इंजीनियर्ज ने खोजा है, वहीं टनल के भीतर लाइटनिंग का काम ही 200 करोड़ रुपए में किया जाना है। रोहतांग टनल बनने के बाद टनल के भीतर राहगीरों को मिलने वाली सुविधाएं देख हर कोई दंग रहेगा। रोहतांग टनल के चीफ इंजीनियर कर्नल एनएम चंद्रराणा ने बताया कि रोहतांग टनल का काम युद्ध स्तर पर किया जा रहा है।


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